नरसिंहपुर व सागर के युवक स्मैक के साथ पकड़ाए

नोहटा पुलिस की कार्रवाई , राजस्थान तथा राजगढ़ से ला कर दमोह में बेचते थे नरसिंहपुर व सागर के युवक स्मैक के साथ पकड़ाए

Bhaskar Hindi
Update: 2022-01-19 15:07 GMT

डिजिटल डेस्क दमोह। जिले में स्मैक के नशे के कारोबार की गुपचुप खबरों के बीच पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नरसिंहपुर व सागर के युवकों को पकड़ते हुए 50 ग्राम स्मैक पाउडर जब्त किया है। गिरफ्तार आरोपी दमोह में स्मैक पाउडर सप्लाई करने आए थे। आरोपियों ने राजस्थान तथा राजगढ़ से स्मैक मे मिलाने वाला पत्थर ला कर उसे स्मैक के साथ मिला कर बेचे जाने की बात कबूली है। जब्त की गई स्मैक की कीमत करीब 3 लाख रुपए है।
पहले रैकी फिर कार्रवाई
एसपी डीआर तेनिवार के अनुसार गुप्त सूचना मिलने के बाद पहले पुलिस ने रैकी की और फिर आरोपियों को पकडऩे जिले के हर एंट्री पाइंट पर रात में चैंकिंग बढ़ा दी गई। मंगलवार-बुधवार दरम्यानी रात नरसिंहपुर जिले के मिसरावन गांव निवासी रानी उर्फ प्रवेशचंद पिता रमेश चंद मेहरा (28) तथा देवरी सागर निवासी प्रवीण पिता गौरीशंकर दुबे (28) कार क्रमांक एमपी 15 सीसी 5829से व्हाया नोहटा दमोह आ रहे थे। उन्हें यहां पहले से तय कस्टमर (नाम का खुलासा नहीं किया) को स्मैक देने आ रहे थे। रात्रि चैकिंग के दौरान नोहटा पुलिस ने जब कार को रोक कर चैक किया तो 50.6 ग्राम स्मैक पाउडर आरोपियों के पास मिला। नोहटा पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/21  के तहत प्रकरण दर्ज करते हुएबुधवार को कोर्ट में पेश कर तीन दिन की रिमांड पर लिया। आरोपियों के पास से 3 मोबाइल भी जब्त किए गए हैं।
जिले में पहली बार स्मैक पकड़ाई
जिले में स्मैक पकड़ाने का यह पहला मामला है। जिले में स्मैक आने और उसकी खरीद-फरोख्त लंबे समय से चल रही थी। इसका खुलासा पकड़ाए आरोपियों द्वारा पुलिस को दिए इस बयान से भी होता है कि " वे (आरोपी युवक) राजगढ़  व राजस्थान से स्मैक तथा उसमें पीस कर मिलाया जाने वाला पत्थर लाते थे। और स्मैक पाउडर बना कर दमोह तथा सागर में गुपचुप तरीके से बेचते थे।Ó पुलिस के अनुसार आरोपियों ने राजगढ़ जिले के खिलचीपुर से स्मैक का पत्थर लाना और उसे स्मैक के साथ मिक्स कर पाडडर की मात्रा बढ़ाये जाने की बात भी कबूली है।
पूछताछ में खुलेंगे कई राज
एसपी तेनिवार ने बताया कि आरोपी कहां से और कब-कब माल लाए हैं और कहां-कहां उन्होंने इसकी सप्लाई की है यह रिमांड दौरान पूछताछ में सामने आएगा। उन्होंनेबताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद स्मैक लेने वाले कुछ लोगों तक पुलिस पहुंची थी, जिन्हें भी समझाइश दी जा रही है। साथ ही आगे के सोर्स की भी टोह ली जा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि इस गिरफ्तारी के बाद दमोह और सागर ही नहीं बकि सूबे में फैले स्मैक के बड़े नेटवर्क का ख्ुालासा हो सकता है। इस कार्रवाई में नोहटा थाना प्रभारी विकास सिंह चौहान, साइबर सेल प्रभारी रमाशंकर मिश्रातथा पूरी टीम की भूमिका रही।

 

Tags:    

Similar News