जब नकली पुलिसवाला चढ़ा असली महिला पुलिस के हत्थे !
जानिए फिर क्या हुआ जब नकली पुलिसवाला चढ़ा असली महिला पुलिस के हत्थे !
डिजिटल डेस्क, वाशिम। अकोला महामार्ग पर नकली पुलिस बनकर राहगीरों को लूटना एक युवक को उस समय भारी पड़ गया जब उसने दो असली महिला पुलिसकर्मी को ही रोककर उनसे लाइसेन की मांग की । महिला पुलिसकर्मी भी कुछ कम नहीं थी और उन्होंने जल्दी भांप लिया की युवक नकली पुलिस है । फिर क्या भागने की फिराक में रहनेवाले नकली पुलिस बने युवक को फिल्मी स्टाईल में पकड़कर हवालात में ड़ाल दिया गया ।वाशिम ग्रामीण पुलिस के थानेदार सहायक पुलिस निरीक्षक विनोद झलके ने उपरोक्त जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार शाम 6.30 बजे के आसपास वाशिम पुलिस मुख्यालय में कार्यरत महिला पुलिस कर्मचारी सुषमा कसले व पुष्पा राउत का अवकाश का दिन होने से वे अपनी दुपहिया वाहन से सामान खरीद ने के लिए वाशिम-अकोला महामार्ग पर स्थित चौपाल सागर में जा रही थी की, चौपाल सागर के समीप ही फर्जी पुलिस बने ग्राम सोंडा निवासी 28 वर्षीय पंडित विश्वनाथ कन्हेरकर ने उन्हें रोका और गाड़ी के कागज़ाद के साथही लाईसेन्स दिखाने को कहा । लेकिन उसे क्या मालूम की जिनसे वह लाइसेन मांग रहा है वे दोनों महिलाएं पुलिस कर्मचारी है । महिला पुलिस कर्मचारियों ने उल्टे उस पर ही प्रश्नों की झडी लगा दी जिससे घबराकर वह अपनी मोटर साइकिल क्रमांक एमएच 37-ई-6119 पर सवार होकर भागने लगा । दोनों महिला पुलिस कर्मचारियों ने उसका पीछा कर उसे धरदबोचा और वाशिम ग्रामीण पुलिस के हवाले किया । वाशिम ग्रामीण पुलिस ने महिला पुलिस कर्मचारियांे की शिकायत पर युवक के खिलाफ भादंवि की धारा 170, 341 के तहत अपराध दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया । दोनों महिला पुलिस कर्मचारियों द्वारा दिखाई गई सतर्कता पर जिला पुलिस कप्तान बच्चन सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक गोरख भामरे, उपविभागीय पुलिस अधिकारी यशवंत केडगे, स्थानीय अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक सोमनाथ जाधव के साथही अन्य पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों ने प्रशंसा की।