दमोह में गहराया जल संकट, तीन दिन में एक बार हो रही पानी की सप्लाई
दमोह में गहराया जल संकट, तीन दिन में एक बार हो रही पानी की सप्लाई
डिजिटल डेस्क दमोह। नगर में वर्षो से व्याप्त पानी की समस्या को हल करने के लिए नपा चुनाव में बड़़े बड़े दावे किए गए थे लेकिन नगर की वर्तमान जल व्यवस्थाओं को देखकर लगता है कि समस्याओं को हल करने के जिन प्रयासों का दावा नपा कर रहा है वह हकीकत से काफी दूर है।
नपा द्वारा वर्तमान में वार्डो में हर दूसरे दिन जल सप्लाई करने का दावा किया जा रहा है लेकिन यदि हकीकत में वार्डो में हर तीसरे दिन जल सप्लाई की जा रही है। नगर के प्रत्येक वार्ड में यही हालात है जिसके चलते लोगों को नवम्बर माह के प्रारंभ से ही पानी की समस्या से रुवरू होना पड़ रहा है लोगों को तीसरे दिन पानी मिलने से उन्हें ज्यादा पानी का स्टाक करने पर मजबूर होना पड़ता है और यदि ऐसा नहीं होता तो पानी की कमी से जूझना होता है।
अभी भी चल रही वैकल्पिक व्यवस्था
पानी की समस्या को हल करने के लिए प्रशासन की महत्वाकांक्षी जुझार घाट परियोजना को रिकार्ड समय में पूरा किया गया था और बाद में अन्य कमियां भी पूरी हो गई थी। दूसरे चरण के तहत नई राईजिंग लाईन विछाने की शुरुआत की गई थी। इसके अलावा 27 करोड़ लागत की वार्डो में सप्लाई लाईन विछाई जानी है जिसका कार्य शुरु हो चुका है और ठेकेदार को यह कार्य पूरा करने के लिए दो वर्षो का समय है। जल वितरण व्यवस्था के सभी कार्य पूरे नहीं होने के चलते अभी भी नपा द्वारा वैकल्पिक व पुरानी व्यवस्था के तहत जल सप्लाई की जा रही है जिससे सभी वार्डो में पानी ठीक तरह से नहीं पहुचं पा रहा।
रजिस्टर में दर्ज कर रहे मनमाफिक आंकड़े
जहां एक ओर वार्डो में हर तीसरे दिन जल सप्लाई की जा रही है वहीं फिल्टर रजिस्टर में सप्लाई हर दूसरे दिन बताई जा रही है। जब समस्या के संबंध में नपा के जल विभाग के सभापति श्रीमति अशोकी सिंह मुन्ना ठाकुर से चर्चा की तो उनका कहना था कि हमारे द्वार फिल्टर प्लांट पर लगातार नजर रखी जा रही है और हर दूसरे दिन जल सप्लाई की जा रही है जिसे फिल्टर प्लांट के रजिस्टर में दर्ज भी किया जा रहा है। वहीं उनके द्वारा वर्तमान में प्रत्येक वार्ड में पानी पहुंचाए जाने की व्यवस्थाएं नपा द्वारा किए जाने की बात कही गई। वहीं वार्डो में सप्लाई के संबंध में जब उपयंत्री हीरा लाल चौरसिया से चर्चा करनी चाही तो उनके द्वारा फोन रसीव नहीं किया गया।