ग्राम रोजगार सहायकों ने दिया सामूहिक इस्तीफा
कहा- आत्मदाह के लिए मजबूर हो रहे ग्राम रोजगार सहायकों ने दिया सामूहिक इस्तीफा
डिजिटल डेस्क जबलपुर। एक माह से भी अधिक समय से हड़ताल कर रहे ग्राम रोजगार सहायकों ने परेशान होकर सोमवार को अपने पदों से सामूहिक इस्तीफा दे िदया। उनका कहना है िक इतने दिनों से आंदोलन करने के बाद भी प्रशासन ने उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया जिससे वे अब हताश हो गए हैं और यदि आगे भी प्रदेश सरकार का रवैया ऐसा ही रहा तो वे आत्मदाह से भी नहीं हिचकेंगे।
13 मार्च से आंदोलन कर रहे ग्राम रोजगार सहायकों की माँगें तो पूरी नहीं हुईं, बल्कि आंदोलन को दबाने की खातिर मनरेगा ग्राम रोजगार सहायक-सहायक सचिव महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रितेश तिवारी एवं प्रदेश के विभिन्न जिलों के जीआरएस की सेवा समाप्ति के नोटिस जारी िकए जा रहे हैं। इसके विरोध में सामूहिक इस्तीफे दिए गए। प्रदेश अध्यक्ष रितेश तिवारी की उपस्थिति में जबलपुर जिले के समस्त ग्राम रोजगार सहायकों ने सोमवार को सामूहिक इस्तीफा दिया। इससे पहले जनपद के सामने से पैदल मार्च किया गया। महासंघ के श्री तिवारी ने कहा कि यदि हमारी माँगें नहीं मानी गईं तो हम उग्र आंदोलन करेंगे और जरूरत पड़ी तो हम भूख हड़ताल, आमरण अनशन यहाँ तक कि आत्मदाह करने से भी नहीं हिचकेंगे। सोमवार के प्रदर्शन में महासंघ के धनन्जय शर्मा, शैलेन्द्र सिंह, सुरजीत पटेल, निकेश तिवारी, सुनील विश्वकर्मा आदि उपस्थित थे।
एक नोटिस से हो जाती है सेवा समाप्ति-
महासंघ के प्रदेश महासचिव जितेन्द्र पटेल ने कहा कि विगत 12 वर्षों के सेवा काल में प्रदेश के समस्त ग्राम रोजगार सहायक व सहायक सचिव अल्प वेतनमान पर ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं का क्रियान्वयन करते आए हैं। हमारी हालत यह है िक कोई भी अधिकारी एक नोटिस पर हमारी सेवा समाप्त कर देता है। 2017 से सरकार ने वेतन वृद्धि नहीं की है, इस महँगाई में 9 हजार रुपये प्रतिमाह के अल्प वेतन पर घर-परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है।