सोमवार तक काम पर लौटने का अल्टीमेटम, जिले के 168 एसटी कर्मचारी निलंबित -10 के तबादले
संघर्ष सोमवार तक काम पर लौटने का अल्टीमेटम, जिले के 168 एसटी कर्मचारी निलंबित -10 के तबादले
डिजिटल डेस्क, वाशिम। राज्य एसटी महामंडले ने जिले के कुल 983 कर्मचारियों में से हड़ताल के दौरान 168 कर्मचारियांे को निलंबित कर दिया तो 10 के तबादले किए है । साथही आंदोलनकारी कर्मचारियों को सोमवार तक काम पर लौटने की चेतावनी भी दी है । लेकिन इसके बावजूद जिले के 1937 कर्मचारियों की हड़ताल जारी थी । प्रदेश सरकार का वेतन वृध्दि का प्रस्ताव अनेक कर्मियों ने ठुकराया}एसटी कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त हो, इस हेतु राज्य सरकार ने हड़ताल करनेवाले कर्मचारियों के समक्ष वेतन वृध्दि का प्रस्ताव रखा था । इस प्रस्ताव को स्वीकार कर कर्मचारियों से काम पर लौटने का आव्हान भी परिवहन मंत्री अनिल परब ने किया लेकिन जिले के चारों आगार के अनेक कर्मचारियों ने राज्य शासन के वेतन वृध्दि का प्रस्ताव नामंजूर कर दिया । साथही 178 कर्मचारियों पर कार्रवाई किए जाने के बावजूद जिले के एसटी कर्मचारी विलीनीकरण की मांग पर अड़े हुए है ।
राज्य मार्ग परिवहन महामंडाल की ओर से एसटी बसों के माध्याम से बड़े पैमाने पर सार्वजनिक यातायात व्यवस्था उपलब्ध करवाई जाती है और इसी कारण एसटी बस को जिले में जीवनवाहिनी कहा जाता है । एसटी बस के कर्मचारियों की ओर से 3 प्रतिशत वार्षिक वेतनवृध्दि ३ करने, 28 प्रतिशत महंगाई भत्ता लागू करने, संशोधित दर के अनुसार घरभाडा देने समेत अन्य विविध मांगों को लेकर गत 27 नवंबर को अनशन किया था । साथही एसटी महामंडल के विलीनीकरण को लेकर कर्मचारियों ने दीपावली के दूसरे दिन से कामबंद आंदोलन शुरु किया जो अब भी जारी है । जिले के कर्मचारियों के कामबंद आंदोलन को विविध संगठनों, राजनीति दलों और संस्थाओं ने समर्थन दिया । पिछले ड़ेढ माह से शुरु काम बंद आंदोलन के कारण जन सामान्य को परेशानी होने से राज्य शासन ने एसटी कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने का प्रस्ताव दिया । लेकिन यह प्रस्ताव जिले के एसटी कर्मचारियों को मंजूर न होने से वे काम पर नहीं लौटे । इस कारण राज्य एसटी महामंडल के अकोला विभाग ने जिले के 983 एसटी कर्मचारियों में से 168 को निलंबित किया तो 10 कर्मचारियांे के तबादले किए । इसके अलावा सोमवार तक काम पर लौटने का अल्टिमेटम भी दिया गया । इस कारण आंदोलनकारी कर्मचारी क्या भूमिका अपनाते है, इसओर एसटी प्रशासन का ध्यान लगा हुआ है ।