झोपड़ी में लगी आग, मां के सामने जिंदा जलीं दो मासूम
झोपड़ी में लगी आग, मां के सामने जिंदा जलीं दो मासूम
डिजिटल डेस्क दमोह, पटेरा। जिले के दो अलग अलग थाना क्षेत्रों में सोमवार की रात दो अग्रिकांडो में दो मासूमों की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं घटनाओं में पांच लोग गंभीर रुप से झुलस गए जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आग लगने के कारणों का फिलहाल पता नहीं लग सका है पुलिस द्वारा मामले दर्ज कर विवेचना की जा रही है।
जिंदा जली दो मासूम
पहले मामले में जबेरा थाना क्षेत्र के कनकपुरा ग्राम में सोमवार की रात खेत में बनी घासपूस की झोपड़ी में सो रही दो मासूम व उसकी माँ झोपड़ी में आग लगने से उसकी चपेट में आ गई। घटना में जहां मासूमों की जलकर मौके पर ही मौत हो गई वहीं माँ को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्राप्त जानकारी अनुसार खेत में लगी फसल की रखवाली के कनकपुरा से दो किमी दूर स्थित अपने खेत पर गोली आदिवासी अपनी पत्नि व तीन बच्चियों के साथ रहता था। सोमवार की रात जब गोली अपने खेतों की रखवाली कर रहा था उसी दौरान उसकी पत्नि तुलसा व बड़ी वेटी तराना 10 वर्ष निस्तार के लिए गई थी। इसी दौरान उसकी झोपड़ी में अज्ञात कारणों से आग पकड़ ली जिसमें झोपड़ी में सो रही दो मासूम सुनैना 6 वर्ष व सोहनी 2 वर्ष उसकी चपेट मे आ गई। घासपूस से बनी झोपड़ी ने इतनी तेजी से आग पकड़ी की कुछ ही समय में झोपड़ी व उसके अंदर सो रही दोनो मासूम उसमें जल गई जिसकी घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
मासूमों को बचाने के प्रयास में माँ भी झुलसी
झोपड़ी में लगी आग को देखकर निस्तार से लौट रही माँ तुलसा आदिवासी ने जब दूर से देखा तो उसके द्वारा भागकर झोपड़ी के पास पहुचीं और आग को बुझाने का प्रयास किया लेकिन तेजी से फैलती आग के सामने माँ के यह प्रयास नाकाफी साबित हुए और उसके सामने ही उसकी दो मासूम बच्चियां मौत के मुह में समा गई। मासूमों को जलता देखकर माँ ने भी खुद को जलाने का प्रयास किया लेकिन लोगों के द्वारा उसे पकड़ लिया गया। मामले की जानकारी लगने पर गोली आदिवासी व ग्रामीण भी मौके पर पहुचे और आग बुझाकर मासूमों के शवों को बाहर निकाला। घटना की जानकारी मिलने पर जबेरा थाना प्रभारी एके श्रीवास्तव सहित पुलिस बल मौके पर पहुचें और शवों का पंचनामा व पोस्टमार्टम कराकर मामला दर्ज किया है।
कलेक्टर ने की राहत राशि की घोषणा
वहीं इस दर्दनाक घटना के बाद कलेक्टर श्रीनिवास शर्मा ने पीडि़त परिवार को चार-चार लाख रुपए राहत राशि देने की बात करते हुए उक्त राशि पीडि़त परिवार को दिए जाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए है।