विश्व मानसिक दिवस आज, नागरिकों को मानसिक रोगों के बारे में बतायेंगे
विश्व मानसिक दिवस आज, नागरिकों को मानसिक रोगों के बारे में बतायेंगे
डिजिटल डेस्क, खण्डवा। विश्व मानसिक दिवस पर 10 अक्टूबर को जिले के हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर मानसिक रोग संबंधी जानकारी नागरिकों को दी जायेगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डी.एस. चौहान ने बताया कि जिन लोगों को बहकी-बहकी बातें करना, अकेले में आवाजें सुनना, नकारात्मक व आत्महत्या के विचार, हीनभावना जैसी समस्याएं आ रही है, उन्हें मानसिक रोगी माना जा सकता है। इसके साथ ही मानसिक रोगियों में बुद्वि व याददाश्त में कमी, शराब, सिगरेट, तंबाकू, गुटका, अफीम व अन्य नशा, विवाह उपरांत संबंधों में परेशानी व नींद का कम या ज्यादा होना एवं भूख में परिवर्तन, सिरदर्द, माईग्रेन बच्चो, किशोरों, युवाओं, बुजुर्गो की भावनात्मक समस्याऐं, रात्रि में बिस्तर गीला करना, डरावने सपने आना, मोबाईल, वीडियो गेम, कम्प्यूटर, टीवी को ज्यादा समय तक देखना, सीमा से अधिक उत्तेजना, अपने आप में खोये रहना, पढ़ने लिखने व सीखने में कमजोर होना तथा पढ़ाई लिखाई का तनाव रहना, तनाव, उदासी, घबराहट, चिंता, मायूसी, क्रोध, चिडचिहाट, शक, जैसे लक्षण मानसिक रोग की श्रेणी में आते है। डॉ. चौहान ने बताया कि जनसमुदाय को मानसिक रोगों के प्रति जागरूक करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। मानसिक समस्याओं से ग्रस्त व्यक्ति जिला अस्पताल के मनोरोग विभाग के कक्ष में आकर विशेषज्ञों से परामर्श व उपचार ले सकते है।