तीसरी लहर! 12 अस्पतालों में 380 बेड तैयार, गांव पहुंचा संक्रमण तो कहां से लाएंगे शिशु रोग विशेषज्ञ
तीसरी लहर! 12 अस्पतालों में 380 बेड तैयार, गांव पहुंचा संक्रमण तो कहां से लाएंगे शिशु रोग विशेषज्ञ
12 में से चार अस्पतालों में सिर्फ एक-एक शिशु रोग विशेषज्ञ, छह में एक भी नहीं
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। कोरोना की तीसरी लहर कब आएगी, कितनी घातक होगी। इसका अंदाजा लगाना अभी मुश्किल है। विशेषज्ञों ने आशंका जाहिर की है कि इस बार वायरस बच्चों पर अटैक करेगा। इस संभावना को लेकर स्वास्थ्य और प्रशासन अधिकारियों ने जमीनीस्तर पर तैयारी तो शुरू कर दी है। जिसके तहत जिला अस्पताल सहित 12 अस्पतालों में चाइल्ड कोविड सेंटर बनाए जा रहे हैं। कुल 380 बेड इन सेंटरों में तैयार किए जा रहे हैं। खासबात यह है कि संसाधन तो जुटाए जा रहे हैं, लेकिन जरूरत के मुताबिक चाइल्ड स्पेशलिस्ट नहीं है। दूसरी लहर की तरह तीसरी लहर भी गांव तक पहुंची और जैसा कि माना जा रहा है कि बच्चे इफेक्टेड होंगे तो बिना स्पेशलिस्ट इलाज कठिन हो सकता है। ग्रामीण स्वास्थ्य केन्द्रों में बच्चों के इलाज के लिए विशेषज्ञ डॉक्टर कहां से लाएंगे, यह बड़ा सवाल हो सकता है।
निजी-सरकारी मिलाकर कुल 30 चाइल्ड स्पेशलिस्ट
स्वास्थ्य सेवाओं के हालात यह हैं कि जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज मिलाकर 13 शिशुरोग विशेषज्ञ और सौंसर, पांढुर्ना, पिंडरईकला और परासिया एक-एक शिशुरोग विशेषज्ञ है। वहीं निजी अस्पताल और क्लीनिक में 13 शिशु रोग विशेषज्ञ कार्यरत हैं। इस तरह जिले में सरकारी और निजी संस्थानों मेें 29 से 30 शिशु रोग विशेषज्ञ ही हैं।
सिर्फ जिला अस्पताल और पांढुर्ना में आईसीयू की सुविधा
जिला अस्पताल में तैयार हो रहे 120 बेड के चाइल्ड कोविड सेंटर में 40 बेड आईसीयू और पांढुर्ना अस्पताल में 20 बेड आईसीयू के रहेंगे। इसके अलावा जिला अस्पताल में आठ वेंटीलेटर, पांढुर्ना में तीन वेंटीलेटर समेत अन्य उपकरणों की व्यवस्था बनाई जा रही है। अन्य ब्लॉकों में ऑक्सीजन बेड की व्यवस्था बनाई जा रही है।
डॉक्टर और स्टाफ को देंगे ट्रेनिंग-
तीसरी लहर में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी बड़ी समस्या बन सकती है। इस बात का आभास स्वास्थ्य और प्रशासन को भी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा ब्लॉक स्तर पर भर्ती बच्चों के इलाज के लिए अन्य चिकित्सक और स्टाफ को ट्रेनिंग देने की तैयारी की जा रही है। ताकि बच्चों को प्राथमिक इलाज तो दिया जा सके। गंभीर मरीजों के लिए जिला अस्पताल में व्यवस्थाा बनाई जा रही है।
क्या कहते हैं अधिकारी
॥कोरोना की तीसरी लहर की संभावना को देखते ही जिला अस्पताल समेत ब्लॉक स्तर पर बेहतर इलाज की सुविधाएं बनाई जा रही हैं। ब्लॉक स्तर पर चिकित्सक और स्टाफ को ट्रेनिंग भी दी जाएगी।
- डॉ. सुशील राठी, जिला महामारी नियंत्रण अधिकारी