दरेकर ने कहा - महाराष्ट्र में अब सर्वसामान्य की सरकार है
वाशिम दरेकर ने कहा - महाराष्ट्र में अब सर्वसामान्य की सरकार है
डिजिटल डेस्क, वाशिम। शिंदे-फडनवीस सरकार के रुप में अब सही अर्थो में महाराष्ट्र में हिंदुत्ववादी विचारधारा की शिवसेना-भाजपा गठबंधन सरकार अस्तित्व में आई है, जिसका नेतृत्व एकनाथ शिंदे के रुप में एक सर्वसामान्य व्यक्ति द्वारा किए जाने का दावा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विधायक प्रवीण दरेकर ने मंगलवार को यहां पर शिवसेना-भाजपा के विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए किया ।शिवसेना छोड़कर शिंदे शिवसेना में शामिल हुईं वाशिम-यवतमाल संसदीय क्षेत्र की सांसद सुश्री भावना गवली के नेतृत्व में सम्पन्न हुए इस कार्यकर्ता सम्मेलन का उद्घाटन सांसद डा. श्रीकांत शिंदे ने विधायक प्रवीण दरेकर की अध्यक्षता में किया ।
इस अवसर पर प्रमुख आतिथि के रुप में हिंगोली के सांसद हेमंत पाटिल, विधायक लखन मलिक, विधायक विप्लव बाजोरिया, पूर्व विधायक गोपीकिसन बाजोरिया, यवतमाल जिला भाजपा अध्यक्ष नितिन भूतडा, गोपाल महाराज समेत शिवसेना-भाजपा पदाधिकारी मंच पर विराजमान थे । अपने सम्बोधन मंे दरेकर ने प्रदेश की तत्कालिन महाविकास आघाड़ी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा की उध्दव ठाकरे ने सत्ता पाने के लिए भाजपा का साथ छोड़ दिया और बालासाहब ठाकरे के विचारों को भी तिलांजली दे दी । बस इसी बात से सच्चे शिवसैनिक नाराज़ रहे और जैसे-तैसे मन मारकर ढ़ाई साल उस सरकार के साथ रहे । आखिर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व पर विश्वास रखते हुए सच्चे शिवसैनिक विधायक इस सरकार से बाहर निकले और आपने पुराने मित्र भाजपा के मिलकर सरकार बनाई, जिसका नेतृत्व एकनाथ शिंदे एवं देवेन्द्र फडणवीस मुख्यमंत्री-उप मुख्यमंत्री के रुप में कर रहे है । उन्होंने बताया की सांसद भावना गवली को न्यायालय ने दिलासा दिया लेकिन जनता में सहानुभूति पाने और अपने कुकर्मों को छुपाने के लिए भाजपा और सच्चे शिवसैनिकों को बेवजह बदनाम किया जा रहा है ।
सम्मेलन को सांसद डा. श्रीकांत शिंदे ने भी सम्बोधित किया । सम्मेलन की आयोजिका सांसद भावना गवली ने पिछले ढ़ाई साल की घुटन के साथही उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ने और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व को क्यों स्वीकारना पड़ा, इस पर सिलसिलेवार प्रकाश डाला । कार्यक्रम का संचालन प्रा. दिलीप जोशी ने किया । सम्मेलन में वाशिम-यवतमाल संसदीय क्षेत्र के हज़ारों कार्यकर्ता उपस्थित थे ।