नहीं सुधर रही व्यवस्था, सुबह से शाम तक भूखी बैठी रही महिलाएं, देर शाम शुरू हुए ऑपरेशन
छिंदवाड़ा नहीं सुधर रही व्यवस्था, सुबह से शाम तक भूखी बैठी रही महिलाएं, देर शाम शुरू हुए ऑपरेशन
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। जिला अस्पताल में आयोजित होने वाले नसबंदी शिविर में अव्यवस्था का आलम बना हुआ है। बुधवार सुबह से भूखी-प्यासी बैठी महिलाओं के ऑपरेशन देर शाम शुरू हो पाए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में सर्जन न होने की स्थिति में डब्ल्यूसीएल अस्पताल के सेवानिवृत्त सर्जन को बुलाकर सर्जरी की व्यवस्था बनाई गई।
जिला अस्पताल और पिंडरईकला स्वास्थ्य केन्द्र द्वारा अलग-अलग शिविर लगाए थे। इन दोनों शिविरों में कुकड़ाजगत और शहरी क्षेत्र की सौ महिलाएं ऑपरेशन कराने पहुंची थी। सुबह से सर्जन का इंतजार कर रही महिलाओं का भूख-प्यास से बुरा हाल था। शाम लगभग चार बजे के बाद शुरू हुई सर्जरी देर रात लगभग दस बजे तक जारी रही।
परिजनों ने जताया विरोध
बुधवार सुबह से महिलाओं को लेकर शिविर में पहुंचे परिजनों ने विभागीय लापरवाही को लेकर विरोध दर्ज कराया। परिजनों का कहना था कि नसबंदी ऑपरेशन के लिए आई अधिकांश महिलाओं के छोटे बच्चे है। महिलाओं के साथ वे भी परेशान हो रहे है। दोपहर में सभी जरुरी जांच हो चुकी थी, लेकिन ऑपरेशन शाम को शुरू हुए। इस अव्यवस्था से देर रात तक सभी परेशान होते रहे।
स्वास्थ्य विभाग के पास एक भी सर्जन नहीं
स्वास्थ्य विभाग के पास नसबंदी करने एक भी सर्जन नहीं है। पूर्व में डॉ.एनएस ढाकरिया नसबंदी ऑपरेशन किया करते थे, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने भी ऑपरेशन करना बंद कर दिया है। मेडिकल कॉलेज में सर्जन है लेकिन वे नसबंदी ऑपरेशन नहीं करते। इस वजह से स्वास्थ्य विभाग को डब्ल्यूसीएल अस्पताल से सेवानिवृत्त डॉ.नायक को बुलाकर ऑपरेशन कराने पड़ रहे है।