पुलिस कर्मियों की कार्य तत्परता ने बचाई लड़के की जान
मदद पुलिस कर्मियों की कार्य तत्परता ने बचाई लड़के की जान
डिजिटल डेस्क, संग्रामपुर पातुर्डा बू. तहसील के ग्राम वकाना यहां के ८ वर्षीय बालक की १३ अक्टूबर की सुबह ७ बजे अचानक प्रकृति बिगड़ी। इस वक्त बालक की जान बचाने में तामगांव पुलिस स्टेशन के थानेदार तथा २ कर्मचारियों ने अहम भूमिका निभाई। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, ग्राम वकाना यहां के ८ वर्षीय बालक सुयश राजेंद्र गव्हांदे को १३ अक्टूबर की सुबह ७ बजे अचानक झटके आना शुरू हुए। राजेंद्र रामकृष्ण गव्हांदे इनकी आर्थिक परिस्थिति कमजोर होने के कारण वह इलाज के लिए तुरंत अपने बेटे को प्राइवेट एम्बुलेन्स से नहीं ले जा सकते थे। इसलिए उन्होंने १०८ नंबर पर फोन किया। इस दौरान उन्हें एम्बुलेन्स को आने में ४ घंटा लगेगा ऐसा जवाब मिला। इस वक्त बेटे की तबियत चिंताजनक होने के कारण क्या करना इस सोच में उन्होंने ११२ नंबर पर संपर्क किया। यह नंबर तामगांव पुलिस थाने में लगा। इस वक्त ड्यूटी पर कार्यरत रवि चुंगला इन्होंने फोन उठाकर गव्हांदे इनका कहना सुनकर लिया। परिस्थिति को ध्यान में लेते हुए उन्होंने तुरंत थानेदार उलेमाले इनके समक्ष मामला रखा। मामले की गंभीरता को समझते हुए थानेदार उलेमाले यह कर्मचारी चुंगला तथा वाहन चालक शेख इमरान के साथ ग्राम वकाना पहुंचे। बीमार बालक और उसके परिजन को लेकर पुलिस वाहन सायरन बजाते हुए वरवट बकाल ग्रामीण अस्पताल पहुंचा। किंतु सुयश की प्रकृति देखकर वरवट बकाल ग्रामीण अस्पताल ने उसे शेगांव यहां के अस्पताल में रेफर किया। इस दौरान पुलिस कर्मियों ने उसी वाहन से सुयश को शेगांव अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल किया। बेटे को समय पर इलाज मिलने के कारण तथा पुलिस कर्मियों ने दिखाई कार्यतत्परता के वजह से गव्हांदे परिवार के चेहरे पर मुस्कान आई।