समय बीत जाने के बाद भी नहीं हुआ ब्रिज निर्माण, परेशान हो रहे लोग
समय बीत जाने के बाद भी नहीं हुआ ब्रिज निर्माण, परेशान हो रहे लोग
डिजिटल डेस्क करेली । नबर के रेल्वे फाटक क्रमांक 271 पर बन रहे ओव्हर ब्रिज निर्माण की निश्चित 18 माह की समयावधि समाप्ति की ओर है और अभी भी ब्रिज निर्माण का कार्य पूर्ण रुप से शुरु ही नहीं हो पाया है। इसके कारण रहवासी स्थानीय दुकानदारों सहित राहगीरों को जाम और धूल से रोजाना दो चार होना पड़ता है। जहां ब्रिज निर्माण कंपनी इसका कारण रास्ते के अवरोध का न हटना बताती है वहीं संबंधित विभाग मौका निरीक्षण की बात कर इतिश्री कर लेते है। इन सबके बीच लोगों को रोजाना परेशानी झेलनी पड़ रही है।
ठेकेदार-अधिकारी आमने-सामने
ब्रिज निर्माण कंपनी के ठेकेदारों का कहना है कि अभी भी फाटक के दोनो तरफ विद्युत पोल 11केवी लाईन और पेड का न हटना निर्माण में बड़ी बाधा बने हुए हंै। जबकि सेतु निगम और पीडब्ल्यूडी के अधिकारी कार्य की धीमी गति के लिए निर्माण कंपनी को ही जिम्मेदार बता रहे है। वहीं सड़क पर किसी भी प्रकार के अवरोध से साफ इंकार करते हुए विभागीय अधिकारियो ंने उल्टे ठेकेदार को ही नोटिस थमा दिया जबकि अभी भी सड़कों पर अव्यवस्थित विद्युत खम्बे साफ देखे जा सकते हंै।
कार्य अब भी अधूरा
एक ओर जहां निर्माण कार्य की समयावधि समाप्ति की ओर है वहीं अभी तक ब्रिज निर्माण कार्य में विद्युत पोल और लाईन शिफ्टिंग का कार्य अभी भी पूर्ण न हेाना नये निर्माण में बड़ा बाधक बना हुआ है। वहीं ब्रिज निर्माण की 18 माह की समयावधि भी 19 मार्च को समाप्त हो रही है वही ठेकेदार और अधिकारियों ने बताया कि विद्युत पोल शिफ्टिंग और नये पोल लगाने का ठेका नबम्बर माह में दिया गया है जिसके कारण कुछ देरी हुई है। हालाकि समयावधि समाप्त होने के बाद निर्माण एजेंसी को टाइम एक्सटेंशन मिल जायेगा लेकिन जब तक रहवासियों और राहगीरों को जाम व धूल का सामना बार-बार करना पड़ेगा।
सर्वे निरीक्षण पर भी संदेह
निर्माण कार्य की धीमी गति और हटे विद्युत पोल सहित अन्य अवरोध की सर्वे रिपोर्ट सेतु निगम ने उच्चाधिकारियों को दे दी है जबकि अभी भी फाटक के दोनों ही तरफ दर्जनों विद्युत खम्बे, टेलीफोन खम्बे और विद्युत लाइन का जाल सहित अन्य अवरोध साफ देखे जा सकते है जिससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि मौके पर विभागीय अधिकारियों का सर्वे किस स्तर का रहा होगा। यदि विभागीय अधिकारी भी इन समस्याओं के निदान के लिए सही सर्वे और जागरुक होकर करे तो ऐसी समस्याओं से बचा जा सकता है।
इनका कहना है
कार्य की धीमी गति के लिए ठेकेदार को नोटिस दिया गया है साथ ही कुछ बिजली के खम्बे लगे हुए है जिन्हें अतिशीघ्र हटा लिया जायेगा।
राजीव जैन एसडीओ सेतु निगम
नोटिस में किसी भी प्रकार की बाधा न होना बताया गया है जबकि अभी भी दोनों तरफ कई विद्युत पोल सहित अवरोध मौजूद हैं जिनके कारण निर्माण संभव नही हो पा रहा है। जहां खाली जगह है वहां पर पिल्लर निर्माण कार्य चल रहा है।
अरविंद पटैल, ठेकेदार चेतन कंट्रक्शन कंपनी