जायदाद से बेदखल करने पर पिता और छोटे भाई को उतारा मौत के घाट
जायदाद से बेदखल करने पर पिता और छोटे भाई को उतारा मौत के घाट
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। नवेगांव के साठिया में हुए दोहरे हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। इस हत्याकांड को मृतक के बड़े बेटे ने अपने एक साथी के साथ मिलकर अंजाम दिया है। नकारा बेटे ने प्रेम विवाह कर लिया था, जिससे नाराज होकर पिता ने उसे जायदाद से बेदखल कर घर से निकाल दिया था। इस पर गुस्साए आरोपी ने अपने पिता की हत्या का षडयंत्र रचा और अपने एक साथी के साथ मिलकर उनकी हत्या कर दी। 29 जून की रात खेत की झोपड़ी में पिता की हत्या के वक्त उसके साथ सो रहे छोटे भाई की नींद खुलने पर आरोपियों ने उसकी भी हत्या कर दी थी।
नकारा था आरोपी
मामले का खुलासा करते हुए एएसपी शशांक गर्ग ने बताया कि 30 जून की सुबह साठिया स्थित डेम में शंकर पिता जंगल इवनाती (56) और उसके छोटे बेटे रुपेश इवनाती (13) का शव मिला था। संदेह के आधार पर मृतक के बड़े बेटे मुन्ना इवनाती को पकड़ा गया। पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि उसने साथी राहुल निभोरकर के साथ मिलकर हत्या की है। दरअसल मुन्ना काम नहीं करता था। माता-पिता की डांट फटकार का भी उस पर कोई असर नहीं होता था। उसने गांव की ही एक युवती से प्रेम विवाह कर लिया था। जिसके बाद पिता शंकर ने उसे जायदाद से बेदखल कर दिया था। इसके बाद मुन्ना अपनी पत्नी को लेकर वरुड के वाडेगांव जाकर रहने लगा था। उसने कई बार पिता से अनाज की मांग की थी जो देने से उसने इनकार कर दिया। इसी बात से वह नाराज होकर उसने पिता और छोटे भाई की हत्या कर दी।
साथी हत्यारे के पत्नी से थे संबंध
आरोपी मुन्ना ने पूछताछ में बताया कि हत्या में शामिल वरुड वाडेगांव निवासी राहुल पिता देवीदासराव निभोरकर से उसकी पत्नी के अवैध संबंध थे। उसने पत्नी को राहुल के साथ देख लिया था। शिकायत न करने की शर्त पर उसने राहुल को हत्या करने के लिए राजी कर लिया। 29 जून की रात मुन्ना और राहुल बाइक से गांव पहुंचे और पत्थर पटककर पिता शंकर और रुपेश की हत्या कर दी।