किसानों पर बरसा आसमानी संकट, बारिश से फसलों का नुकसान
बालापुर तहसील किसानों पर बरसा आसमानी संकट, बारिश से फसलों का नुकसान
डिजिटल डेस्क, बालापुर, दीपक रौंदले | तहसील के किसानों का दशहरा और दिवाली दोनों त्योहार चिंता में ही मनाने की नौबत आई है। खरीप के पुरे मौसम में बारिश ने कहर बरपा है। अब वापसी की बारिश की भी किसानों पर आसकारी संकट बरसा रही है। इस बारिश खेतों में जो भी कुछ फसल बची थी वह भी संकट में आ गई है। हालांकि अब बारिश की कोई भी आवश्यकता नहीं है। लेकिन मौसम की बदलाव के चलते वापसी की बारिश आने से फसलें चौपट होने का डर किसानों को सता रहा है। जिससे किसान चिंता में डूबे नजर आ रहे हैं। बालापुर तहसील में इस साल खरीप के मौसम में २७२०१ हेक्टेयर सोयाबीन, १८४२५ हेक्टेयर कपाशी और ९६३६ हेक्टेयर तुअर की बुआई की गई है। बुआई के अतिवृष्टि ने हाहाकार मचा दिया। जिससे नदी और नहरों में बाढ़ आ गई। बारिश और बाढ़ का पानी खेतों में जमा हो गया। जिससे फसलों का काफी नुकसान हो गया। कृषि और राजस्व विभाग ने सर्वे किया तब पता चला है तहसील के 113 गांवों के कुल ५०१५७ किसानों का ३७९३१ हेक्टेयर फसलों का नुकसान हो गया है। किसानों को दशहरा त्योहार के पहले नुकसान का मुआवजा मिलेगा ऐसी उम्मीद थी। लेकिन लेकिन हो न सका। अब दिवाली कुछ ही दिनों पर है। क्या किसानों की दिवाली भी अंधेरे में जाएंगी, ऐसी आशंका किसान व्यक्त कर रहे हैं। सरकार और प्रशासन तुरंत मुआवजा दें, ऐसी मांग किसान कर रहे हैं।
सैय्यद एहेसान्नोद्दी, तहसीलदार के मुताबिक बालापुत तहसील के किसानों के लिए मुआवजा वितरण जल्द ही होगा। सरकार से राजस्व विभाग को ४९ करोड़ रुपये प्राप्त हो गए है। यह रकम सी.एम.पी. व्दारा किसानों के खातों में जमा करने का काम दो दिन में शुरू होगा।