सड़क सुरक्षा के बारे में छात्राओं ने की जनजागृति
बालापुर सड़क सुरक्षा के बारे में छात्राओं ने की जनजागृति
डिजिटल डेस्क, बालापुर. शहर और तहसील के कई गांवों से राष्ट्रीय महामार्ग गुजरता है। इस महामार्ग पर वाहनों की भारी यातायात और वाहनचालकों की लापरवाही से दुर्घटनाएं बढ़ी है। हर साल सड़क दुर्घटना में कई लोगों की जाने जाती है और कई लोग विकलांग होते हैं। लेकिन क्या महामार्ग पर सुरक्षा की जिम्मेदारी सभी की नहीं है। सुरक्षा के बारे में ही जनजागृति करने के लिए पारस की जिला परिषद शाला के नन्ही छात्राओं ने वाहनधारक समेत नागरिकों को सुरक्षा का महत्व समझाने के लिए नुक्कड नाटक की प्रस्तुति दी। इस पहल की वाहनधारकों और नागरिकों में प्रशंसा हो रही है। वहीं इस से निश्चित तौर में अच्छे परिणाम सामने आएंगे ऐसा विश्वास भी जताया गया है। राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण विभाग के सहयोग से जिप प्राथमिक मराठी शाला पारस के छात्राओं ने सड़क सुरक्षा के संदर्भ में जनजागृति करने हेतू बीच सड़क पर नुक्कड नाटक की प्रस्तुति दी। इस में लोगों को सड़क सुरक्षा का महत्व समझाया गया। हर साल सड़क दुर्घटना में देशभर में लाखो लोगों की जाने जाती है। फिर भी लोग सड़क सुरक्षा जैसे महत्व के पहलू पर ध्यान नहीं देते, यह वास्तव है। यातायात नियमों की धज्जीयां उड़ाई जाती है। इस मसले को लोगों के सामने रखने और सड़क सुरक्षा को लेकर जनजागृति में हेल्मेट व सीटबेल्ट का इस्तेमाल वाहनधारक करे इस तरह सड़क सुरक्षा संबंधी कई प्रकार की जानकारी जिप शाला के छात्राओं ने इस नुक्कड नाटक प्रस्तुत किया। यह नुक्कड नाटक महामार्ग क्रं.५३ वर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था बालापुर के समोर प्रस्तुत कर जनजागृति की गई। इस नुक्कड नाटक की प्रस्तुति के लिए जिप शाला की छात्रा अक्षरा राखोंडे, गार्गी गाड़गे, हर्षदा तायडे, अनन्या लांडे, आरती सायंदे, नव्या तायडे, दिव्या तायडे, खुशी इंगले, वैदवि लांडे, मानसी लांडे, प्रांजली घोगले, वैष्णवी सावंत, निधि इंगले, प्रिती सावंत, लावण्या सावंत, आश्र्ना सिरसाट, तेजल सोलंके, अस्मिता वानखडे, ईश्वरी कवलकार, स्वरा भड, स्वरा बागडे ने प्रयास किए। छात्राओं को शाला के मुख्याध्यापक गजानन करांगले, संकल्पना विभूती हाडोले, विजय अहिर ने सहयोग दिया। दरबार राठोड केन्द्र प्रमुख की प्रमुख उपास्थिति में सुरेश नागापुरे पत्रकार, प्रशांत खेरडे समेत राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरन के प्रॉजेक्ट मैनेजर पवन कुमार, टीम लीडर सुधीर जैन, डीवायपी एम सुशील सिंह, जनसंपर्क अधिकारी दिलीप सिंह, जनसंपर्क सहाय्यक अधिकारी धीरज अग्रवाल, सुरक्षा प्रभारी शेख वशीउल शेख, सुरक्षा प्रभारी विशांत पॉल, ओमप्रकाश दुवेदी, रामबाबू सिंह, भु-संपादन विभाग के कर्मचारी मुकेश अलसकर, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था के प्राचार्य शरदचंद्र ठोकरे, सुरेश भुसारी, रवींद्र पंडित, सुभाष तायडे, ऋषिकेश जावरकार, रोहित लोखंडे, विष्णू वाघ, अंगद बेलुरकर, मुख्तार खान, वैशाली येवले आदि की उपस्थिति थी।