बहन को प्रेमी के साथ आपत्तिजनक हालत में देख भाई ने खोया आपा, प्रेमी को उतार दिया मौत के घाट
बहन को प्रेमी के साथ आपत्तिजनक हालत में देख भाई ने खोया आपा, प्रेमी को उतार दिया मौत के घाट
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा/परासिया। परासिया क्षेत्र में की गई ट्रक ड्राइवर की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। ट्रक ड्राइवर की हत्या प्रेम संबंधों के कारण युवती के भाई ने अपने साथियों के साथ मिलकर की थी। अंधे हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने तीन दिनों में सुलझा ली और मृतक के मोबाइल ने ही उसकी हत्या का राज खोला है। बीजी सायडिंग रोड परासिया स्थित अवैध फाड़ी खदान में तीन दिन पहले स्थानीय निवासी ट्रक ड्राइवर आनंद वर्मा की हत्या कर शव को नग्न अवस्था में फेंका गया था। पुलिस तफ्तीश में जुटी थी। घटना के दो दिन बाद घटना स्थल से एक आरोपी ने मृतक का मोबाइल जब्त करवाया। इसी मोबाइल ने हत्या का राज खोला और पुलिस ने जांच के बाद चार आरोपी 19 वर्षीय अभिषेक पिता गोपी यादव, 25 वर्षीय शिवा पिता जयपाल सरयाम, 23 वर्षीय राहुल पिता कमलकिशोर विश्वकर्मा और 31 वर्षीय नवीन ऊर्फ राजा पिता भैयालाल यादव को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार अवैध संबंधोंं के चलते युवती के भाई और उसके तीन साथियों ने आनंद की गला घोंटकर हत्या की थी।
जहां वारदात की, वहां से दूर ले जाकर फेंका शव
डीएसपी डॉ अरविंद और परासिया टीआई अनिल सिंह ने बताया कि जिस स्थान पर शव मिला, वहां काफी तलाश करने के बाद भी मृतक के आंतरिक कपड़े और मोबाइल सहित अन्य कोई भी साक्ष्य नहीं मिला। जिससे स्पष्ट हो गया था, कि घटना स्थल वह नहीं है, जहां शव मिला है। शार्ट पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट हो गया कि आनंद की मौत गला घोंटकर की गई, वहीं शव को फाड़ी खदान में फेंकने के दौरान सिर के पीछे चोट लगी। आनंद का शव मिलने के बाद भी आरोपी अनजान बने आसपास ही घूमते रहे।
मुंहबोली बहन से थे अवैध संबंध
मृतक का अपनी मुंहबोली बहन से अवैध संबंध था। घटना की रात फाड़ी खदान के एक सुनसान भाग में दोनों मौजूद थे। उसी दौरान युवती का भाई अपने तीन अन्य साथियों के साथ वहां पहुंच गया। बहन को आपत्तिजनक स्थिति में देखकर चारों ने मिलकर ट्रक ड्राइवर की गला घोंटकर हत्या कर दी और साक्ष्य मिटाने के लिए शव को खदान में भरे पानी में फेंक दिया। आरोपी ने इस दौरान मृतक के कपड़ों में मौजूद उसका मोबाइल अपने पास रख लिया था। यह मोबाइल मृतक का शव मिलने के एक दिन बाद तक चालू था।