राहत भरी खबर: थम सी गई थी धड़कनें, कोविड केयर में मिली नई जिंदगी

राहत भरी खबर: थम सी गई थी धड़कनें, कोविड केयर में मिली नई जिंदगी

Bhaskar Hindi
Update: 2021-04-28 16:59 GMT
राहत भरी खबर: थम सी गई थी धड़कनें, कोविड केयर में मिली नई जिंदगी



डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा/पांढुर्ना। कोरोना संक्रमण की स्थिति भले ही लगातार विस्फोटक होती जा रही है और कोरोना संक्रमितों की संख्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। पर ऐसे समय में कोविड केयर सेंटर से सुकून देने वाले समाचार भी मिले है। जिससे लोगों का स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति विश्वास बढ़ा है। स्थानीय सिविल अस्पताल के कोविड केयर सेंटर से स्वस्थ होकर लौटे मरीजों के चेहरे की खुशियां खुद यह बयां कर रही है। कोविड केयर सेंटर से स्वस्थ होकर लौटे उमरीखुर्द की मीराबाई देशमुख और सौसर के नासीर खान अपने अनुभव बयां कर रहे है।
50 ऑक्सीजन लेवल पर पहुंची थी अस्पताल-
कोविड केयर सेंटर से स्वस्थ होकर लौटी ग्राम उमरीखुर्द की मीराबाई गणपति देशमुख अब परिवार के बीच जाकर खुश है। मीराबाई को 50 ऑक्सीजन लेवल पर सेंटर में भर्ती कराया गया था, उनके जीने की उम्मीद केवल 10 प्रतिशत बची थी पर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। उनकी हिम्मत के साथ चिकित्सकों और टीम ने भी उनका उपचार शुरू किया। 17 अप्रैल को भर्ती मीराबाई कोरोना को मात देकर 27 अप्रैल को स्वस्थ होकर घर लौटी। उपचार के दौरान उन्हें चार रेमडेसिविर इंजेक्शन भी लगे और हरसंभव उपचार मिला। वैक्सीनेशन के बाद से ही वें बीमार थी। करीब एक हफ्ते तक परिजनों ने दवाईयों और एक निजी अस्पताल के आधार पर इलाज कराया पर तबीयत नही सुधरी। जिसके बाद कोविड टेस्ट कराया, जिसमें वें पॉजिटिव आई थी।
चिकित्सकों की मेहनत और पत्नी की दुआंओं ने लौटाई जिंदगी
कोविड केयर सेंटर से स्वस्थ होकर लौटे सौंसर के नासीर अख्तर खान भी चिकित्सकों और स्टाफ का शुक्रिया अदा कर रहे है। नासीर खान को बीते दो दिनों पहले सेंटर से छुट्टी मिली। उन्होंने चिकित्सकों और स्टाफ की मेहनत के साथ अपनी पत्नी की दुआओं के कारण खुद को नई जिंदगी मिलने की बात कही है। पेशे से चालक नासीर का कहना है कि मेरी पत्नी ने एक मित्र के सहयोग से कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया था पर मेरे जिंदा रहने की उम्मीद खत्म-सी हो गई थी। रेमडेसिविर के इंजेक्शन लगे और अन्य आवश्यक उपचार समय पर मिला। कोविड केयर सेंटर में डॉ.विनीत श्रीवास्तव और स्टाफ ने सभी मरीजों के साथ-साथ मेरा भी विशेष ध्यान रखा, जिससे मुझे दोबारा से नई जिंदगी मिल सकी।
इनका  कहना है...
कोविड केयर सेंटर में उपलब्ध संसाधनों के आधार पर हम बेहतर उपचार और सेवाएं दे रहे है। हमारा पूरा प्रयास है कि सेंटर में भर्ती मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे। क्रिटीकल स्थिति में ही मरीजों की मौत हुई है। जिन्हें भी बचाने का पूरा प्रयास हुआ।
-डॉ.विनीत श्रीवास्तव, प्रभारी, कोविड केयर सेंटर पांढुर्ना

Tags:    

Similar News