ओरछा में आज सजेगा रामराजा सरकार का मंडप, विवाह के बाद घर-घर बंटेगा प्रसाद
ओरछा में आज सजेगा रामराजा सरकार का मंडप, विवाह के बाद घर-घर बंटेगा प्रसाद
श्रीराम-जानकी विवाह - कोरोना संक्रमण के कारण नहीं होगी सामूहिक पंगत, बुंदेलखंड के प्रसिद्ध हलवाइयों ने तैयार की माता सीता की डलिया
डिजिटल डेस्क ओरछा । ओरछा में शुक्रवार को श्रीरामराजा मंदिर राम-जानकी विवाह महोत्सव का मंडप वैदिक रीति और परम्परा के अनुसार पूजन के साथ सजाया जाएगा। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर कार्यक्रम के दौरान भीड़ रोकने पंगत नहीं होगी। विवाह के दूसरे दिन नगर में घर-घर प्रसाद दिया जाएगा। श्रीरामराजा सरकार के विवाहोत्सव में शुक्रवार को यजमान के रूप में कलेक्टर आशीष भार्गव से मंदिर के प्रधान पुजारी रमाकांत शरण महाराज व मंदिर के पुरोहित पं. वीरेन्द विदुवा द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत मंडपाच्छादन पूजन कराया जाएगा। शनिवार 19 दिसंबर को रात 8 बजे घोड़े-हाथी, ढोल-नगाड़े, गाजेबाजे और राजसी ठाट-बाट के साथ श्रीरामराजा सरकार की बारात निकलेगी। वरयात्रा के मंदिर से निकलते ही सशस्त्र पुलिस बल द्वारा दूल्हा बने राजा राम को गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। इसके बाद श्रीराम अपने छोटे भाई लक्ष्मण के संग पालकी में विराजमान होकर नगर के प्रमुख प्राचीन मार्गो से पुरवासियों को दर्शन देते हुए नगर मुख्य के चौराहे पर स्थित जनक भवन मंदिर के लिए निकलेंगे।
पारंपरिक बुंदेली गीतों से के साथ निकलेगी बारात : बारात में राजशी प्रतीक चिन्ह, पंखा, तिकोना, छड़ी, मशाल आदि सरकार की पालकी के साथ चलेंगे। वरयात्रा में धर्मध्वज, बैंडबाजे, विद्युत सजावट के साथ धार्मिक कीर्तन मण्डली रामधुन के साथ रहेगी। नगर के हर द्वार पर दूल्हा बने राजाराम का पारम्परिक बुन्देली वैवाहिक मंगल गीत गायन करते तिलक किया जाएगा। इस पवन बेला पर नगर में जगह-जगह तोरणद्वार व मंगल कलश सजाकर बारात पर पुष्प वर्षा की जाएगी। बारात रामराजा मंदिर से नझाई मुहल्ला, पावर हाउस, शास्त्री नगर, गणेश दरवाजा होती हुई नगर के मुख्य चौराहे पर स्थित जनकजी के मंदिर पहुंचेगी। जहां मंदिर के पुजारी पं. हरीश दुबे राजाजनक के रूप में दूल्हा सरकार का टीका कर बारात की अगवानी करेंगे।
चुनिंदा कलाकार करेंगे धनुष यज्ञ लीला का मंचन
रात में मंदिर के बाहर प्रांगण में श्रीरामराजा सेवा दल के संयोजन में देश के चुनिंदा ख्याति प्राप्त कलाकारों द्वारा धनुष यज्ञ लीला का मंचन किया जाएगा। परिसर में संत समागम के अतिरिक्त रामचरित मानस, प्रवचन, भजन कीर्तन आदि धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। विवाहोत्सव के दौरान नगर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किंग व्यवस्था नगर के बाहर की गई है। जिससे ट्रैफिक जाम की स्थिति न बने। महोत्सव के दौरान बेतवा नदी किनारे सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर गोताखोर तैनात किए गए हैं। अतिरिक्त कंट्रोल रूम बनाकर एवं सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है।
बुंदेली रीति अनुसार बनाई डलिया
राम विवाह में बुंदेली रीति के अनुसार लड़की की शादी में विदाई के समय कन्या पक्ष द्वारा दी जाने वाली डलिया, जिसमें बेसन और मैदा से बने हुए गुना गुजा, पान, फूल, खांकड़ा को बांस की डलिया में भरकर बेटी के साथ भेजा जाता है। इस पूरी सामग्री को बुन्देलखण्ड के प्रसिद्ध हलवाइयों द्वारा तैयार किया जा रहा है।