होमवर्क नहीं करने पर प्राचार्य ने बच्चों की बेरहमी से की पिटाई -मामला पहुंचा थाने
होमवर्क नहीं करने पर प्राचार्य ने बच्चों की बेरहमी से की पिटाई -मामला पहुंचा थाने
डिजिटल डेस्क कौडिय़ा । बाबाश्री पब्लिक स्कूल कौंडिय़ा में महिला प्राचार्य द्वारा कक्षा छठवीं, सातवीं और आठवीं के बच्चों के साथ बेरहमी से मारपीट का मामला प्रकाश में आया है। स्कूल में बबाल मचने के बाद पुलिस बल स्कूल पहुंचा, जहां पालकों को समझाइश देकर थाना गाडरवारा लाया गया। इस दौरान पुलिस ने अभिभावकों से बच्चों के मुलाहिजा और आवेदन देने के लिए कहा। मौके से गायब हुई प्राचार्य को पुलिस ने फोन करके थाने बुलाया जहां पालकों व स्कूल प्रबंधन के बीच आपसी सहमति के बाद मामला शांत हो गया।
बच्चों के हाथों पर पड़ गए थे निशान
थाना प्रभारी अर्चना नागर द्वारा दी गई जानाकरी के अनुसार बाबाश्री पब्लिक कौडिय़ा में सुबह 10 बजे बबाल होने की जानकारी मिली थी। जिसके बाद मौके पर पुलिस बल भेजा गया , वहां पालकों व बच्चों ने बताया कि होमवर्क नहीं करने पर प्राचार्य द्वारा रूल से बच्चों को मारा और सजा दी गई। बच्चों के हाथ पर हरे और नीले निशान पड़ गए। पुलिस बल जब पहुंचा तो प्राचार्य वहां से चली गई। एएसआई दीलीप सिंह ने मौके पर गुस्साए पालकों को समझाया इस दौरान जमकर नारेबाजी होती रही। समझाइश के बाद गाडरवारा थाने सभी को ले जाया गया। वहां संस्था प्राचार्य को भी बुलाकर पुलिस ने बैठाकर पूछताछ की।
प्राचार्य व स्कूल प्रबंधन द्वारा इस संबंध में खेद प्रकट किया गया
बच्चों के अभिभावक दीपक दीक्षित, नरेश बचकैया, ब्रजेश रजक, दिनेश झरिया, महेंद्र श्रीवास्तव, नारायण परधान, सुनील जाटव ने आरोप लगाया कि संस्था की प्राचार्य दुर्गेश साहू ने बच्चों के साथ मारपीट की है। प्राचार्य व स्कूल प्रबंधन द्वारा इस संबंध में खेद प्रकट किया है। बेरहमी से मारपीट करने को किसी को कोई अधिकार नहीं है। यह घटना निंदनीय हैं, भविष्य में इस तरह की घटना न हो, हम अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिए भेजते हैं, अगर दोबारा ऐसी हरकत हुई तो कड़ी कानूनी कार्रवाई के लिए हमर हर स्तर पर लड़ाई लड़ेंगे।
इनका कहना है
कौडिय़ा के बाबाश्री पब्लिक स्कूल में बच्चों के साथ मारपीट की घटना सामने आई हैं। इसमें संस्था प्राचार्य को समझाइश दी हैं, भविष्य में इस तरह की घटना घटित न हो। घटना के बाद पालकों और संस्था प्रमुख के बीच आपसी सहमति हो जाने की वजह से मामला दर्ज नहीं हुआ है। पालकों ने आवेदन देकर कोई कार्रवाई नहीं किए जाने की सहमति दी है।
एसआर यादव एसडीओपी गाडरवारा