रूटीन जांच के लिए पहुंच रही गर्भवती महिलाओं को फर्श पर बैठकर करना पड़ रहा इंतजार
छिंदवाड़ा रूटीन जांच के लिए पहुंच रही गर्भवती महिलाओं को फर्श पर बैठकर करना पड़ रहा इंतजार
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल में रूटीन जांच कराने भी गर्भवती महिलाओं को संघर्ष करना पड़ रहा है। गायनिक ओपीडी में न तो वेटिंग हॉल है और न ही बैठने के लिए चेयर की व्यवस्था। गर्भवती महिलाओं को गायनिक ओपीडी के बाहर फर्श पर बैठकर रूटीन जांच कराने इंतजार करते देखा जा सकता है। कई बार देखने में यह भी आता है कि फर्श पर बैठी गर्भवती महिलाओं को खड़े होने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
हालात यह है कि पहले ओपीडी पर्ची के लिए गर्भवती महिलाओं को लम्बी कतार लगानी पड़ती है। जैसे-तैसे ओपीडी पर्ची बनती है तो विशेषज्ञ चिकित्सक से रूटीन जांच कराने लाइन लगानी पड़ती है। लम्बे समय तक खड़े न रह पाने की वजह से गर्भवती महिलाएं फर्श पर बैठने मजबूर हो जाती है। अस्पताल प्रबंधन द्वारा गायनिक ओपीडी में मरीजों को आवश्यक सुविधाएं भी मुहैया नहीं कराई गई है।
गर्मी बढ़ी वॉटर कूलर तक नहीं-
गायनिक ओपीडी में आने वाली गर्भवती महिलाओं के लिए पीने के पानी की व्यवस्था तक नहीं है। गर्मी से बेहाल गर्भवती महिलाओं के परिजनों को या तो घर से पानी लाना पड़ रहा है या बाजार से पानी की बोतल खरीदनी पड़ रही है।
ओपीडी के शौचालय में लटका ताला-
गायनिक ओपीडी में आने वाली गर्भवती महिलाओं के उपयोग के लिए शौचालय बनाया गया है, लेकिन उस बाथरूम में हमेशा ताला लटका रहता है। बताया जा रहा है कि शौचालय की बार-बार सफाई करने से बचने स्टाफ ने इसमें ताला जड़ दिया है।
क्या कहते हैं अधिकारी-
गायनिक ओपीडी में गर्भवती महिलाओं के लिए बैठक और पीने के पानी की व्यवस्था बनाई जा रही है। प्रबंधन का प्रयास है कि मरीजों को बेहतर इलाज और सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सके।