कल सुबह छतरपुर आएगा प्रज्ञा का शव, थाईलैंड से आज होगा रवाना
कल सुबह छतरपुर आएगा प्रज्ञा का शव, थाईलैंड से आज होगा रवाना
डिजिटल डेस्क, छतरपुर । शहर की सीताराम कॉलोनी निवासी प्रज्ञा पालीवाल की थाईलैंड में कार दुर्घटना में दो दिन पहले मौत हो गई है। प्रज्ञा का शव शनिवार शाम तक नई दिल्ली आने की उम्मीद है। वहीं रविवार सुबह छतरपुर पहुंचने की उम्मीद है। विधायक आलोक चतुर्वेदी की पहल पर मप्र सरकार ने थाईलैंड में बॉडी ट्रांसपोर्टेशन एजेंसी एशिया वन को लगभग 87 हजार थाई बात (2.03 लाख रुपए) की राशि ट्रांसफर कर दी है, ये एजेंसी ही शव को थाईलैंड के फुकेट प्रांत से नई दिल्ली तक लाएगी।
गौरतलब है कि शहर की प्रज्ञा पालीवाल की मौत बुधवार शाम को थाईलैंड के फुकेट शहर के पास हो गई थी। वे अपने साथी नितेश के साथ वापस पटोंग स्थित होटल जा रही थीं, तभी उनकी मोटर बाइक बारिश में स्लिप होने के कारण सामने आ रही शेवरलेट कार से टकरा गई। हादसा इतना भयावह था कि प्रज्ञा एवं नितेश कार के नीचे फंस गए थे। बाद में जब दोनों को अस्पताल ले जाया गया तो वहां प्रज्ञा को मृत घोषित कर दिया गया, वहीं नितेश का इलाज जारी है। फिलहाल ये पता नहीं चल पाया है कि घटना के दौरान नितेश एवं प्रज्ञा हैलमेट पहने हुए थे अथवा नहीं।
मप्र सरकार ने किया भुगतान
प्रज्ञा की मौत के बाद उसके भाई डॉ. शशिप्रकाश एवं दीपक पालीवाल गुरुवार को नई दिल्ली पहुंच गए थे। वहां मप्र सरकार ने मप्र भवन में उनके ठहरने की व्यवस्था की है। इस परिवार के किसी भी सदस्य के पास पासपोर्ट न होने से इनके तत्काल थाईलैंड रवाना होने में दिक्कत थी। इस पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हरसंभव मदद के लिए ट्वीट किया था। इसके पहले विधायक आलोक चतुर्वेदी की पहल पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ट्वीट कर इस परिवार की शव लाने में हरसंभव मदद करने का वादा किया था। दीपक ने बताया कि दूतावास ने परिवार से एक फार्म ई-मेल पर भेजकर भरवाया, जिसके तहत शव को प्राइवेट एजेंसी एशिया वन को देने में सहमति प्रदान की गई है। एशिया वन द्वारा भेजी गई इनवाइस के आधार पर मप्र सरकार ने लगभग 87 हजार थाई बात (थाई करंसी) उनके खाते में शुक्रवार को ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद पटोंग अस्पताल में रखे प्रज्ञा के शव का पोस्ट मार्टम किया गया।
छोटे प्लेन में शव लाना संभव नहीं
विधायक चतुर्वेदी के अनुसार ट्रांसपोर्टेशन एजेंसी एशिया वन के अधिकारी ने मप्र सरकार को सूचित किया है कि कॉफिन बॉक्स का साइज बड़ा होने की वजह से उसे छोटे प्लेन से लाना संभव नहीं है। ऐेसे में फुकेट से बैंकॉक और फिर वहां से नई दिल्ली तक शव बड़े विमान में ही आ सकेगा। खासकर फुकेट से बैंकॉक तक कॉफिन बॉक्स लाने में कुछ समय लग सकता है। इसलिए उम्मीद है कि शनिवार को शाम तक प्रज्ञा का शव नई दिल्ली आ जाएगा। जहां पर सारी फारमेलिटी तुरंत कराने के बाद शव को प्रज्ञा के भाई को सुपुर्दगी में दे दिया जाएगा। शव नई दिल्ली से छतरपुर लाने की व्यवस्था भी मप्र सरकार कर रही है। यह सड़क मार्ग से लाया जाएगा। रविवार सुबह तक इसके छतरपुर आने की उम्मीद है।