गहराने लगा बिजली संकट, पारस प्रोजेक्ट की एक यूनिट ठप 

बालापुर गहराने लगा बिजली संकट, पारस प्रोजेक्ट की एक यूनिट ठप 

Bhaskar Hindi
Update: 2021-10-13 16:12 GMT
गहराने लगा बिजली संकट, पारस प्रोजेक्ट की एक यूनिट ठप 

डिजिटल डेस्क, बालापुर। कोयले की किल्लत की वजह से महाराष्ट्र समेत देश में बिजली संकट सुर्खियों में है। बालापुर तहसील के पारस के विद्युत निर्माण केंद्र का भी एक यूनिट ठप पड़ गया है। केंद्र में 250 मेगावाट का यूनिट बंद रखा गया है, जिससे ऐन दशहरा, दिवाली के पर्व पर बिजली कटौती शुरू होेने की संभावना जताई जा रही है। दूसरी ओर बंद पड़े हुए बिजली निर्माण यूनिट को शुरू करने के लिए बिजली निर्माण के ईंधन व्यवस्थापन कक्ष मुख्य कार्यालय और नागपुर कार्यालय के विशेष प्रयास शुरू है। विद्युत प्रकल्प की स्थापित क्षमता 500 मेगावाट है। यहां पर 250-250 मैगावाट क्षमता के दो यूनिट कार्यान्वित है। एक यूनिट के लिए एक दिन में 4000 मैट्रिक टन काेयला लगता है। यानी 250 मेगावाट के दो यूनिट चलाने के लिए एक दिन में 8000 मैट्रिक टन कोयले की आवश्यकता है। लेकिन पिछले महीने भर से निर्मित कोयले की किल्लत से पारस के विद्युत प्रकल्प के दो यूनिटों में से एक यूनिट बंद पड़ गया है। वर्तमान में 250 मेगावाट के एक यूनिट से बिजली निर्माण शुरू है। पारस प्रकल्प में वर्तमान में 6500 मैट्रिक टन कोयला शेष होने की जानकारी विद्युत निर्माण केंद्र  के मुख्य अभियंता विट्‌ठल खटारे ने दी है। जल्द ही कोयला प्राप्त न होने पर पारस का दूसरा भी यूनिट बंद पड़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। बिजली की मांग भी बढ़ने की जानकारी है। मांग व आपूर्ति में संतुलन रखने के लिए शाम 6 से 10 बजे तक बिजली का कम इस्तेमाल करने का अपील बिजली निर्माण व महावितरण कंपनी की ओर से किया जा रहा है। 
 


 

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