छात्र को रोकने के लिए पुलिस की मदद

नागपुर छात्र को रोकने के लिए पुलिस की मदद

Bhaskar Hindi
Update: 2023-04-14 11:26 GMT
छात्र को रोकने के लिए पुलिस की मदद

डिजिटल डेस्क, नागपुर. राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के गुरुवार को संपन्न हुए दीक्षांत समाराेह के कुछ ही घंटों पहले नागपुर विश्वविद्यालय प्रशासन के एक कदम ने शिक्षा वर्ग को हैरान कर दिया। इस वर्ष टॉपर होने का दावा कर रहे एक छात्र को दीक्षांत समारोह में आने से रोकने के लिए नागपुर विश्वविद्यालय ने पुलिस की मदद ली। पुलिस भी सुबह 11 बजे के करीब छात्र के घर पर पहुंची और उसे अपने साथ पुलिस के सीताबर्डी स्थित झोन-2 कार्यालय ले आई। 

टॉपर होने का दावा : दरअसल, नागपुर विवि के डॉ.बाबासाहब आंबेडकर विधि महाविद्यालय के बीएएलएलबी के छात्र मोहम्मद ताहा उद्दीन को कुल 9.48 सीजीपीए अंक हैं। इसके बाद छात्रा नंदिनी सोहनी को 9.36 सीजीपीए अंक मिले हैं। चूंकि ताहा उद्दीन को 5वें सेमेस्टर में एक ग्रेस अंक मिला था, तो विवि ने उन्हें टॉपर मानने की जगह नंदिनी को यह स्थान दे दिया। ताहा उद्दीन ने बुधवार को परीक्षा नियंत्रक डॉ.प्रफुल्ल साबले से मुलाकात करके अपने टॉपर होने का दावा किया। उन्होंने कुलगुरु और राज्यपाल के नाम पत्र भी लिखा। 

पुलिस की मदद  : दीक्षांत समारोह में राज्यपाल रमेश बैस अध्यक्षता करने वाले थे। ऐसे में कुलसचिव डॉ.राजू हिवसे ने सीताबर्डी पुलिस को एक निवेदन देकर छात्र की जानकारी दी और दीक्षांत समारोह में शांति व्यवस्था कायम रखने की अपील की। छात्र के अनुसार, पहले तो पुलिस उपायुक्त श्वेता खेडकर ने उसे फोन करके जोन-2 कार्यालय आने को कहा। इसके बाद उसके घर सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी भेज दिए। ताहा उद्दीन पुलिसकर्मियों के साथ जोन-2 कार्यालय पहुंचा तो उसे बहुत देर बिठा कर रखा गया। फिर खेडकर ने बंदोबस्त में होने का हवाला देकर छात्र से मिलने से इनकार कर दिया। इसके बाद वह घर लौट आया। इस संदर्भ में खेडकर से फोन पर संपर्क करने पर उन्होंने हमारे फोन का कोई उत्तर नहीं दिया। 

माफी मांगे विवि 

मोहम्मद ताहा उद्दीन, छात्र के मुताबिक मेरे शांतिपूर्ण निवेदन को गलत संदर्भ में लिया गया। मेरे घर पुलिस भेजी गई। विवि से ऐसी उम्मीद नहीं थी। मुझे जो शारीरिक और मानसिक कष्ट हुआ, उसके लिए विवि को मुझसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।

शांति कायम रखनी थी 

डॉ.राजू हिवसे, कुलसचिव नागपुर विश्वविद्यालय के मुताबिक हमने छात्र की कोई शिकायत नहीं की, बल्कि पुलिस से राज्यपाल की उपस्थिति वाले दीक्षांत समारोह में शांति कायम रखने की अपील की। वर्ष 2018 में इसी तरह के एक मामले में समारोह में खूब हंगामा हुआ था। इस बार उसे दोहराना नहीं चाहते थे। 

 

Tags:    

Similar News