संदिग्ध समझकर पुलिस ने नाबालिग को पीटा

अमरावती संदिग्ध समझकर पुलिस ने नाबालिग को पीटा

Bhaskar Hindi
Update: 2023-01-30 12:48 GMT
संदिग्ध समझकर पुलिस ने नाबालिग को पीटा

डिजिटल डेस्क, अमरावती. एक चोर की निशानदेही पर नाबालिग को पकड़कर पुलिस थाने लेकर पूछताछ के नाम पर पुलिस वाहन में जमकर पीटा। परिजनों का आरोप है कि पुलिस की मार से नाबालिग के चेहरे पर गंभीर चोटें आई हंै और इस चोट के कारण वह बात भी नहीं कर पा रहा हैं। इस घटना से नाबालिग का मानसिक संतुलन बिगड़ने का आरोप लगाते हुए परिजनों ने 27 जनवरी को पुलिस अधीक्षक से भेंट कर इस घटना से अवगत कराकर पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। विशेष है मामला इतना संवेदनशील होने के बाद भी तीन दिन गुजरने पर भी पुलिस अधीक्षक तक शिकायत नहीं पहुंच पाई। जानकारी के अनुसार पिंपलखुटा, दर्यापुर  निवासी श्याम गजानन सोलंके (17) के माता व पिता ने पुलिस स्टेशन येवदा व ग्रामीण पुलिस अधीक्षक से शिकायत की। बताया कि उसका बेटा श्याम 12 कक्षा का छात्र है। 24 जनवरी की शाम 5.30 बजे कुछ लोग उनके घर पर आए, जिसमंे से एक व्यक्ति पुलिस ड्रेस में था, जबकि 6 अन्य सिविल ड्रेस में थे। घर के सामने पुलिस वाहन देखकर परिवार के लोग घबराकर घर से बाहर निकलकर पूछताछ करने लगे तो पुलिस कर्मचारियों ने पूछा गजानन सोलंके कौन है? गजानन सोलंके ने परिचय दिया तो पुलिसकर्मी अभद्र व्यवहार करने लगे। पुलिस वाहन में गांव का नीलेश गजानन पोटभरे उर्फ यंगा नामक एक गूंगा व्यक्ति बैठा था। पुलिस ने यंगा को कपास चोरी के आरोपी के तौर पर गिरफ्तार किया था। पुलिस के पूछने पर आरोपी यंगा ने श्याम सोलंके की ओर इशारा करने पर पुलिस ने श्याम को बुरी तरह घसीटकर पुलिस वाहन में बैठाया और लेकर चले गए। जिसके बाद पुलिस ने उसके माता-पिता के साथ धक्कामुक्की की। परिजन थाने पहुंचे तो उनके बेटे के चेहरे चोट के निशान दिखे। 25 जनवरी की शाम श्याम को दर्द के चलते अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा। जिला अस्पताल के वार्ड क्रमांक 16 में उस पर उपचार चल रहा हंै।  

हमारे पास कोई शिकायत नहीं
अविनाश बारगल, पुलिस अधीक्षक के मुताबिक इस संदर्भ में हमारे पास किसी तरह की शिकायत नहीं मिली हंै। शिकायत मिलते ही जांच करेंगे और पुलिस कर्मी दोषी पाए गए तो कार्रवाई होगी। 

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