20 रुपए के लिए ऑटो चालक की हत्या, पुलिस गिरफ्त में आरोपी
20 रुपए के लिए ऑटो चालक की हत्या, पुलिस गिरफ्त में आरोपी
डिजिटल डेस्क दमोह। पुलिस ने कोतवाली थाना क्षेत्र में 27 सितम्बर क ो हुई ऑटो चालक की हत्या का की गुत्थी सुलझा ली है। सोमवार को पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल ने मामले का खुलासा करते हुए आरोपी को गिरफ्तार करने की जानकारी दी। मामले में हैरानी की बात यह है कि आरोपी द्वारा ऑटो चालक की हत्या महज बीस रुपए किराए के न देने के चलते कर दी थी। यह अंधा हत्याकांड पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था और पुलिस द्वारा इस संबध में सूचना देने पर 5 हजार रुपए के इनाम की घोषणा भी की थी।
यह है मामला
27 सितम्बर की सुबह कोतवाली थानांतर्गत खजरी मुहल्ला क्षेत्र में पुलिस को एक शव सड़क पर डला होने और पास ही एक ऑटो खड़े होने की सूचना मिली। घटना की जानकारी मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस सहित अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविंद दुबे मौके पर पहुचें। जानकारी लेने पर ऑटो चालक की पहचान सिविल वार्ड 10 सुभाष कालोनी निवासी सूरज पुत्र भगवान दास पटैल के रुप में हुई। मृतक के गले में धारधार हथियार के निशान थे जिससे हत्या की आशंका जताई गई और पुलिस ने उसी आधार पर अपराध क्रमांंक 696/17 धारा 302 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरु की।
हर संभव प्रयास के बाद खुली परत
मामले की जांच के दौरान पुलिस को कोई भी सुराग हाथ में नहीं लगा जहां मृतक के रात दो बजे तक रेल्वे स्टेशन पर होने के बाद वह मौका स्थल पर कैसे पहुचंा इसकी भी कोई जानकारी पुलिस को नहीं मिल पा रही थी। वहीं मामले में जानकारी देने पर 5 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया लेकिन पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिल सकी। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक विवेक अग्रवाल ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविन्द दुबे, नगर पुलिस अधीक्षक आर.राजन के मार्गदर्शन में एक टीम का गठन किया। जहां मृतक का किसी भी प्रकार का विवाद सामने न आने पर घटना स्थल पर रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति से पूछताछ की गई जिससे पुलिस को यह जानकारी प्राप्त हुई कि क्षेत्र का शातिर बदमाश प्रताप पटैल पुत्र हीरालाल पटैल 41 वर्ष घटना दिनांक से गायब है। संदेह के आधार पर जब प्रताप पटैल से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसके द्वारा घटना को अंजाम देना स्वीकार कर लिया गयाद्ध
बीस रुपए न देने के लिए की हत्या
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि घटना की रात उसका रेल्वे स्टेशन पर किसी से विवाद हुआ था और उसके बाद वह मृतक सूरज के ऑटो में बैठकर खजरी मोहल्ला आया था। जहां मृतक ऑटो चालक ने उससे किराए के बीस रुपए मांगे। इन बीस रुपए को आरोपी द्वारा विवाद के नाम पर देने से मना किया गया जिससे मृतक सूरज उससे किराए के लिए अड़ गया जिसके बाद उसने कुल्हाड़ी से उसकी हत्या कर दी। घटना में प्रयुक्त कुल्हाड़ी भी पुलिस ने आरोपी के पास से जप्त की है। अंधे हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक प्रदीप सोनी, प्रभारी निरीक्षक रीता सिंह, जबलपुर नाका चौकी प्रभारी विनोद शंकर यादव, उपनिरीक्षक आरपी चौधरी, आरक्षक सौरभ टंडन, नवीन, मनीष, राजेश, संजय, देवेन्द्र, राम पाठक के साथ सायबर सेल की भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक ने मामले को सुलझाने में टीम को पुरुष्कृत करने की घोषण की है।