छतरपुर आ रहे पिता-पुत्र को पिकअप ने मारी टक्कर, दोनों की मौत
छतरपुर आ रहे पिता-पुत्र को पिकअप ने मारी टक्कर, दोनों की मौत
डिजिटल डेस्क,छतरपुर/ गुलगंज। सिमरिया गांव निवासी पिता-पुत्र मोटर साइकिल पर सवार होकर छतरपुर आ रहे थे। पिता-पुत्र जब अनगौर के पुल के पास पहुंचे, उसी समय सामने से बेलगाम गति से आ रही पिकअप ने बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक सवार धनीराम साहू उम्र 55 साल और पुत्र सुनील साहू उम्र 22 साल की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक ग्राम पंचायत सिमरिया बड़ामलहरा के निवासी थे। हादसे को अंजाम देने के बाद पिकअप चालक पिकअप मौके पर छोड़कर फरार हो गया। गौरतलब है हाइवेे पर बेलगाम रफ्तार से आए दिन हादसे हो रहे हैं। बाइक सवार पिता-पुत्र शादी में मिली बाइक के दस्तावेज तैयार कराने घर से निकले थे। जो छतरपुर तक नहीं पहुंच पाए। अनगौर पुलिया के पास सामने से पिकअप ने टक्कर मार दी। पुलिस ने मौके पर पंचनामा कार्रवाई करते हुए मृतकों के शव पीएम के लिए बड़ामलहरा पहुंचाए। वहीं दूसरी घटना मंगलवार देर रात महाराजपुर थाना क्षेत्र के लवकुशनगर रोड की बताई जा रही है। जिसमें एक कार रोड के किनारे पेड़ से टकरा गई। इसमें कार सवार युवक जार्रा मनकारी निवासी जयहिंद सिंह की मौत हो गई।
23 जून को हुई थी शादी
सड़क हादसे में मृत हुए पिता पुत्र गुलगंज सिमरिया गांव के रहने वाले है। बताया जा रहा है कि 23 जून को सुनील की शादी धूमधाम से हुई थी। सुनील को शादी में बाइक मिली थी। उसी बाइक के दस्तावेज तैयार कराने के लिए सुनील अपने पिता के साथ बुधवार को छतरपुर आ रहा था। पिता पुत्र की एक साथ सड़क हादसे में मौत होने से पूरे गांव के लोग गम ज्यादा है। बताया जा रहा है कि धनीराम के बड़े पुत्र की भी मौत हो चुकी है।
मछली से लदी थी पिकअप
पिता और पुत्र को मौत के घाट उतारने वाली पिकअप क्रमांक यूपी 94 टी 6210 का चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने बताया कि पिकअप में मछली लदी हुई थी। गुलगंज पुलिस पिकअप को जब्त कर चालक की तलाश में जुट गई है।
एकसाथ उठी दो अर्थियां, गांव में पसरा मातम
ग्राम पंचायत सिमरिया में बुधवार को ही पिता-पुत्र के शव एकसाथ पहुंचे तो चारों ओर माहौल गमगीन हो गया। पिता-पुत्र की अर्थियां एकसाथ उठने के बाद पूरे गांव में मातम पसरा है। गत वर्ष इसी परिवार में बड़े पुत्र की एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। अपने दो पुत्र एवं पति को खोने के बाद मृतक धनीराम की पत्नी का रो- रोकर बुरा हाल है। गांव में जैसे ही पिता-पुत्र की अिर्थयां पहुंची तब पूरे गांव में मातम पसर गया। गांव के सरपंच प्रतिपाल सिंह बुन्देला सहित ढांढस बंधाने मृतक परिवार के घर पहुंचे। अब इस परिवार को संभालने के लिए उनका केवल एक पुत्र ही है। उसके कंधों पर ही