30 हज़ार की रिश्वत लेते पटवारी चढ़ा एसीबी के हत्थे
कार्रवाई 30 हज़ार की रिश्वत लेते पटवारी चढ़ा एसीबी के हत्थे
डिजिटल डेस्क, वाशिम। दादी के नाम का 5 एकड़ खेत पुरस्कार पत्र के माध्यम से दादी के पौत्र के नाम पर करने के लिए पुरस्कार पत्र बनाकर उसका पंजीयन फेरफार में करने के ऐवज में 30 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते जिले की मानोरा तहसील के अंतर्गत ग्राम साजा वडगांव का 32 वर्षीय पटवारी आशीष प्रदीप सांवगेकर बुधवार 14 दिसम्बर को एन्टी करप्शन ब्यूरो वाशिम के हत्थे चढ़ गया। पटवारी के रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े जाने से जिलेभर के राजस्व विभाग में हड़कम्प मच गया।
एन्टी करप्शन ब्यूरो वाशिम के पुलिस उप अधीक्षक गजानन आर. शेलके ने एक प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी देते हुए बताया कि यवतमाल जिले की पुसद तहसील के अंतर्गत ग्राम धुंदी निवासी 30 वर्षीय शिकायतकर्ता ने एसीबी वाशिम में शिकायत दर्ज कराई कि उसकी दादी का वाशिम जिले की मानोरा तहसील में 5 एकड़ खेत है और यही पुरस्कार पत्र के माध्यम से दादी के पौत्र के नाम करने हेतु पुरस्कार पत्र बनाकर उसका पंजीयन फेरफार पर करने के बदले यवतमाल जिले के पुसद स्थित गणेश वार्ड निवासी पटवारी आशीष सावंगेकर ने 50 हज़ार रुपए की रिश्वत मांगी तथा आपसी समझौते के बाद 41 हज़ार रुपए पर बात तय हुई। इसमें से 30 हज़ार रुपए पूर्व में तथा शेष 11 हज़ार रुपए फेरफार में पंजीयन होने पर देने की बात निश्चित हुई।
इस मामले में शिकायत मिलने के बाद एसीबी वाशिम के दल ने 13 दिसम्बर मंगलवार को पंचों के समक्ष जांच की, जिसमें पटवारी की ओर से रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि हुई। इस कारण एसीबी वाशिम के दल ने बुधवार 14 दिसम्बर को जिले की मानोरा तहसील के अंतर्गत ग्राम आमकिन्ही परिसर के बलीराम नगर में जाल बिछाया और शिकायतकर्ता से 30 हज़ार रुपए की रिश्वत स्वीकारते हुए पटवारी आशीष प्रदीप सावंगेकर को रंगे हाथों गिरफ्तार कर उसके कब्ज़े से रिश्वत की राशि ज़ब्त कर उसके खिलाफ मानोरा पुलिस स्टेशन में भ्रष्टाचार प्रतिबंधक कानून की विविध धाराओं के तहत अपराध दर्ज करने की कार्रवाई समाचार लिखे जाने तक शुुरु थी।