एशियन तलरबाजी में चैपियनशिप में पन्ना की बेटी ने जीता रजत

पवई एशियन तलरबाजी में चैपियनशिप में पन्ना की बेटी ने जीता रजत

Bhaskar Hindi
Update: 2022-03-09 09:01 GMT
एशियन तलरबाजी में चैपियनशिप में पन्ना की बेटी ने जीता रजत

डिजिटल डेस्क, पवई । दुनिया में बेशकीमती हीरों के  लिये प्रसिद्ध पन्ना जिले की प्रतिभायें अपनी मेहनत और लगन से अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर पहँुचकर देश का नाम रोशन कर रही है। पन्ना जिले की पवई तहसील के ग्राम निवारी के एक गरीब किसान की बेटी एशियन फेसिंग चैपियनशिप (तलवारबाजी) प्रतियोगिता में अपना करतब दिखाते हुये देश के लिये सिल्वर पदक जीता है। चैपियनशिप २४ फरवरी से ०३ मार्च तक ताशकंद उज्बेकिस्तान में खेली गई थी। प्रज्ञा सिंह यह मेडल फेसिंग (तलवारबाजी) के जूनियर में जीता था। प्रज्ञा ने फाइनल में उज्बेकिस्तान के खिलाड़ी के साथ खेलते हुये ४५-३६ के स्कोर के साथ सिल्वर मेडल प्राप्त किया। किसान नरेन्द्र सिंह की बेटी प्रज्ञा सिंह का यह पहला अंर्तराष्ट्रीय पदक है प्रज्ञा अब तक राष्ट्रीय प्रतियोगिता में ११ पदक जीत चुकी है  वह राज्य तलवाबाजी अकादमी मध्य प्रदेश  के मुख्य कोच भूपेन्द्र सिंह चौहान के मार्गदर्शन में तलवारबाजी के खेल की बारीकियां सीख रही है। प्रदेश की खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने तलवारबाजी खिलाड़ी प्रज्ञा सिंह कों एशियाई तलवारबाजी चैपियनशिप में रजत पदक जीतने पर बधाई दी है।
तलवारबाजी का नाम नही सुना था जब पकड़ी तो लगन बढ़ती गई 
देश को रजत पदक दिलाने वाली प्रज्ञा सिंह के पिता नरेन्द्र सिंह चौहान एक साधारण किसान है। प्रज्ञा १८ वर्षीय अपने पिता की चौथी पुत्री है उनका एक छोटा भाई है। प्रज्ञा ने बताया कि मैनें कभी तलवारबाजी का नाम नही सुना था मध्य प्रदेश टेलेन्ट सर्च के बारे में बड़ी बहिन के ससुराल वालों ने बताया जिसके बाद मेैनें पहली बार तलवार पकड़ी और ट्रायल शुरू किया। धीरे-धीरे रूझान बढ़ता गया वर्ष २०१६ में रियो ओलंपिक के विजेता को झण्डा ओढ़े हुए अपना इंटरव्यू देते हुये देखा तो  मैनें सोचा कि मुझे भी ऐसा ही बनना है। कुछ बडा़ करना है सब कुछ छोडक़र ट्रेनिंग पर ध्यान दिया माँ की मौत जब हुई तो मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था क्या करूँ लग रहा था कि खेल की ओर नही जा पाऊँगी लेकिन मेरे दादाजी और पिताजी ने समझाया। गांव से भोपाल आकर खूब मेहनत की माता-पिता, दादाजी तथा परिवार के सदस्यों की हौसला अफजायी तथा अपने खेल प्रशिक्षक के मार्गदर्शन ने मुझे देश के लिये पदक जीतने का सौभाग्य दिया है। मेरा सपना हेै कि देश के लिये पदक अर्जित करू और ओलंपिक तक पहँुचू। प्रज्ञा सिंह ने बताया कि जूनियर एशियन चैपियनशिप में पदक जीतने के बाद वह स्वदेश लोैटकर भोपाल एकेडमी पहँुच चुकी हूँ तथा ट्रेनिंग पर ध्यान दे रही हूँ जल्दी ही अपने गांव भी आऊँगी।

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