7 करोड़ की 67 एकड़ सरकारी जमीन में बोई थी धान

कब्जा करने वाले 10 लोगों के खिलाफ एफआईआर, जिलाबदर आरोपी की दुकानें भी तोड़ी 7 करोड़ की 67 एकड़ सरकारी जमीन में बोई थी धान

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-30 09:08 GMT
7 करोड़ की 67 एकड़ सरकारी जमीन में बोई थी धान

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा/चौरई। शासकीय जमीन पर अतिक्रमण करने वाले लोगों के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत बुधवार को चौरई के राजस्व अधिकारियों ने सिवनी जिले की सीमा से लगे सर्रा गांव में 67 एकड़ सरकारी जमीन को कब्जे से मुक्त किया। यहां कब्जा कर धान की फसल लगाई गई थी। इस मामले में 10 लोगों पर नामजद प्रकरण दर्ज कर प्रशासन ने फसल पंचायत के सुपुर्द कर दी है। इसके अलावा एक अन्य मामले में जिलाबदर आरोपी की दुकान और निर्माण को जमीदोंज किया गया। विकासखंड की सर्रा ग्राम पंचायत में रोड से लगी 67 एकड़ सरकारी जमीन पर गांव के दबंगों ने कब्जा कर लिया था। बुधवार को एसडीएम ओमप्रकाश सनोडिया के निर्देश पर तहसीलदार रायसिंह कुशराम, टीआई शशि विश्वकर्मा, नायब तहसीलदार गीता राहंगडाले ने राजस्व और पुलिस बल के साथ कार्रवाई की। इस जमीन की कीमत 7 करोड़ से अधिक आंकी गई है।
पुलिस ने दस पर दर्ज किया मामला
चौरई थाना प्रभारी शशि विश्वकर्मा ने बताया कि पटवारी गुरुप्रसाद सतनामी की शिकायत पर पुलिस ने सरकारी जमीन पर कब्जा करने के मामले में सर्रा के उजागर सिंह पिता ओमकारसिंह, महेश पिता मुनीसिंग, भीम सिंह, सतीश पिता महेश सिंह, उदय सिंह,, शिशुपाल सिंह पिता उदय सिंह, रेवा सिंह पिता उजागार सिंह राजपूत उमराव पिता ह्रदय सिंह, युवराज सिंह, सुमेर सिंह पिता उमराव सिंह राजपूत आदि पर धारा 467 सहित अन्य धाराओं पर मामला दर्ज किया।
जिलाबदर की दुकान तोड़ी
प्रशासन ने बुधवार को पलटवाड़ा सोयाबीन प्लांट के पास शासकीय जमीन पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। यहां जिला बदर आरोपी राजू ने 3 हजार फिट सरकारी जमीन पर कब्जा कर दुकान और टपरा बना लिया था। इस प्रकरण में भी पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
परासिया गायगोहान में भी सरकारी जमीन पर खेती
पटपड़ा/परासिया.  
तहसील उमरेठ की पंचायत सोनापिपरी के आबादी क्षेत्र गायगोहान में सरकारी जमीन पर कब्जा कर खेती की जा रही है। मामले को लेकर ग्रामीणों ने उमरेठ तहसीलदार और परासिया एसडीएम को लिखित शिकायत की है। परासिया विधायक सोहन वाल्मिक ने भी सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवाने अनुरोध किया है। शिकायतकर्ताओं के अनुसार हल्का नंबर 23/15 में खसरा नंबर- 285 और अन्य रकबे में 1.684 हेक्टेयर से अधिक जमीन पर अतिक्रमण किया गया है। एसडीएम मनोज कुमार प्रजापति ने मा

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