50 रुपए प्रति किलो बिक रही प्याज, अदरक 200 रुपए प्रति किलो 

50 रुपए प्रति किलो बिक रही प्याज, अदरक 200 रुपए प्रति किलो 

Bhaskar Hindi
Update: 2019-08-27 09:12 GMT
50 रुपए प्रति किलो बिक रही प्याज, अदरक 200 रुपए प्रति किलो 

डिजिटल डेस्क,दमोह। लहसुन प्याज की मंडी में आवक कम हो रही है व्यापारी इसके पीछे का कारण बारिश में प्याज की फसल का गल जाना बता रहे हैं नतीजा महीने भर में प्याज के दाम 75 प्रतिशत ज्यादा बढ़ चुके हैं प्याज के बढ़ते दाम और जमाखोरी की आशंका को लेकर सरकार भी कुछ कार्यवाही कर सकती है । उल्लेखनीय है कि वर्तमान में लहसुन का भाव 80 से 100 रुपए किलो और प्याज का भाव 30 से 50 रू. प्रति किलो हो चुका है । जिस लहसुन और प्याज का भाव कल तक किसानों को रुला रहे थे आज आसमान छूते भावों के कारण आम आदमी के आंसू निकल रहे हैं । प्याज के दामों से लोगों की जेब हल्की हो रही है ।इसी तरह अदरक लहसुन कके भाव डेढ़ से दो सौ रूपये प्रति किलो तक की ऊंचाई तक पहुंच गए हैं ।

बारिश से नई फसल खराब होने की आशंका 

थोक व्यापारी कन्हैया खटीक ने बताया कि हाल ही में  भारी बारिश से  प्याज की नई फसल खराब होने की आशंका है और  बारिश के कारण पिछले दिनों प्याज की आवक भी कम होने लगी  थी जिसके कारण दाम भी बढ़ गए हैं । आने वाले दिनों में प्याज के दाम में और बढ़ोतरी हो सकती है क्योंकि अनेक क्षेत्रों में प्याज की फसल खराब होने की आशंका है ।मंडी में प्याज का थोक का भाव 20 से 35 प्रति किलो है मगर फुटकर बिक्री के रूप में 30 से ?50 प्रति किलो तक प्याज बिक रही है।

नई फसल आने में 2 महीने का समय

थोक व्यापारी भवानी पटेल का कहना है कि तकनीकी रूप से कहां जाए तो प्याज की नई फसल आने में अभी 2 महीने का समय बाकी है। इसका मतलब है कि प्याज में तेजी 2 महीने तक जारी रह सकती है सरकार पर निर्भर करती है कि किस तरह से बाजार पर नियंत्रण करती है।

खराब प्याज के नुकसान को भी देखना पड़ता है 

थोक और खुदरा भाव में इतना बड़ा अंतर के बारे में पूछे जाने पर एक सब्जी विक्रेता ने कहा कि मंडी से सब्जी लाने का खर्च और फिर उसमें खराब प्याज निकलने से होने वाले नुकसान को भी देखना पड़ता है । प्याज के बढ़ते दाम से जमाखोरी की आशंका प्याज के फुटकर दाम के 40 रुपए प्रति किलो तक पहुंच जाने से पिछले 15 दिनों में इस कीमत में काफी बढ़ोतरी हुई है ।इस प्रकार महीने भर में प्याज का भाव 75 फ़ीसदी अधिक पड़ चुका है इससे जमाखोरी की आशंका भी बढ़ रही है ।

कुछ महीने पहले एक रुपए किलो

महिलाओं का कहना है कि कुछ महीने पहले दमोह में प्याज के दाम एक से दो रुपए किलो थे तो कहीं कहीं किसान इसे बेचने की जगह जानवरों तक को खिला रहे थे और आज यह हालत निर्मित हो रही है।
 

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