गन्ना पर गर्माई राजनीति : बंद रहा नरसिंहपुर, 28 नवंबर को करेंगे विधानसभा का घेराव
गन्ना पर गर्माई राजनीति : बंद रहा नरसिंहपुर, 28 नवंबर को करेंगे विधानसभा का घेराव
डिजिटल डेस्क नरसिंहपुर । गन्ना के भाव को लेकर चल रहे आंदोलन के तहत नगर बंद के आव्हान पर छोटे, बड़े सभी व्यापारियों ने अपनी दुकानें, प्रतिष्ठान बंद रखे। किसान आंदोलन को व्यापारियों का पूरा समर्थन मिला तो वहीं किसानों ने रैली निकालकर प्रदर्शन किया। इस दौरान गन्ना के भाव 350 रूपये प्रति क्विंटल किए जाने को लेकर जोरदार नारेबाजी की। जनपद मैदान में अनशन स्थल पर बैठक कर किसानों ने आगामी रणनीति के तौर पर 28 नवम्बर को विधानसभा घेराव की घोषणा की गयी। यहीं पर दोपहर ड़ेढ बजे एसडीएम राजेन्द्र राय को मुख्यमंत्री एवं कलेक्टर के नाम से ज्ञापन सौंपा गया।
उल्लेखनीय है कि एक पखवाड़े से गन्ना के दाम बढ़ाने की मांग को लेकर किसान संघर्ष समिति जनपद मैदान में अनशन कर रही है। समिति की मांग है कि जिले में गन्ना का भाव 350 रूपये प्रति क्विंटल किया जाए। बंद को युवा कांग्रेस सहित अन्य संगठनों ने अपना समर्थन दिया।
2 बजे तक रहा पूर्ण बंद
किसान संघर्ष समिति द्वारा नगर के व्यापारियों से दोपहर 2 बजे तक बंद करने की अपील की गयी थी। इस दौरान व्यवसायियों ने स्वस्फूर्त बंद रखकर समर्थन दिया। दोपहर 2 बजे के बाद बाजार खुलने लगा। नगर बंद के दौरान सोमवार को सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर 1 बजे तक समूह के समूह में किसानों और समर्थन दे रही युवा कांग्रेस की टोलियां शहर में दुपहिया वाहनों में घूमती रहीं।
किसानों का शोषण बर्दाश्त नहीं
जनपद मैदान में चल रहे धरना स्थल पर किसानों ने बैठक की। जिसमें अनेक किसानों ने विचार रखते हुए कहा कि अफसोस का विषय है कि जिले के जनप्रतिनिधि और शासन-प्रशासन शुगर मिलों से सांठगांठ कर किसानों का शोषण करा रहे हैं। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मौके पर पूर्व नपा अध्यक्ष महंत प्रीतमपुरी गोस्वामी, किसान नेता विश्वास परिहार, भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष बाबूलाल पटैल सहित अनेक किसानों ने कहा कि 28 नवम्बर को विधानसभा पहुंचकर प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान अनेक किसानों ने उत्तेजित होकर कहा कि शांति और अहिंसा से शासन-प्रशासन और जनप्रतिनिधि मानने वाले नही है।
ज्ञापन में 350 की मांग
जनपद मैदान धरना स्थल पर एसडीएम को मुख्यमंत्री एवं कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौपकर मांग की गयी कि किसानों को गन्ने पर 350 रूपए प्रति क्विंटल मिले और आने वाले समय में यह भाव बढ़ाये जायें। ज्ञापन में शुगर मिलों द्वारा 270 रूपए प्रति क्ंिवटल दाम का एकाधिकार बंद करने, किसान को अपना गन्ना कहीं भी स्वतंत्र रूप से बेचने की मांग की गई है।