अब खाद कंपनियों के खिलाफ आंदोलन करेंगे किसान
छिंदवाड़ा अब खाद कंपनियों के खिलाफ आंदोलन करेंगे किसान
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। यूरिया, डीएपी सहित अन्य उर्वरक के साथ टैगिंग को लेकर खाद बीज संघ ने खाद निर्माता कंपनियों के खिलाफ शनिवार को मोर्चा खोल दिया। संघ के इस बहिष्कार से आगामी दिनों में खाद के संकट की आशंका के चलते किसान संगठनों ने भी आंदोलन की तैयारी कर ली है।
बीते दो माह से जिले में यूरिया और डीएपी की कालाबाजारी से त्रस्त किसानों ने खुद ही एकजुट होकर व्यापारियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। झिरलिंगा के किसानों ने एक खाद विक्रेता द्वारा यूरिया के अधिक दाम लिए जाने और जबरन अन्य उत्पाद थमाए जाने की शिकायत कलेक्टर और कृषि उप संचालक से की। यही नहीं किसानों ने जिले के प्रभारी मंत्री और प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल को कालाबाजारी की हकीकत बताई। इस पर श्री पटेल ने अधिकारियों को हिदायत दी कि यदि कोई विक्रेता निर्धारित दर से ज्यादा कीमत में खाद की बिक्री कर रहा हो या खाद के साथ अन्य कोई उत्पाद जबरन थमा रहा हो तो उसका लाइसेंस तत्काल निरस्त करें।
खाद कंपनियां भेज रही उत्पाद
बीते एक माह से खाद के टैगिंग की शिकायत को खाद विक्रेता सिरे से नकार रहे थे लेकिन जब प्रभारी मंत्री ने लाइसेंस निरस्त करने के निर्देश दिए तो हकीकत सामने आ गई। खाद के थोक विक्रेताओं ने अंतत: स्वीकार कर दिया कि उन्हें कुछ कंपनियों द्वारा खाद के साथ अन्य उत्पाद बिक्री के लिए दिए जा रहे हैं। कार्रवाई के डर से खाद विक्रेताओं ने एकजुट होकर कंपनियों के बहिष्कार का निर्णय लिया। यह तय किया गया कि जब तक कंपनियां टैगिंग खत्म नहीं करेगी तब तक जिले के खाद विक्रेता किसी भी तरह की उर्वरक का उठाव नहीं करेंगे।
किसान संगठन भी आगे आए
टैगिंग को लेकर उपजे हालात के बाद अब किसान संगठन भी आगे आ रहे हैं। भारतीय किसान संघ के अध्यक्ष मेरसिंह चौधरी ने कहा कि यह बात साफ हो गई है कि खाद निर्माता कंपनियों द्वारा खाद विक्रेताओं यूरिया के साथ अन्य उत्पाद बेचने के लिए मजबूर किया जा रहा था। कंपनियों पर दबाव बनाने के लिए खाद विक्रेताओं ने खाद का उठाव नहीं करने का निर्णय लिया है। किसान संघ भी खाद निर्माता कंपनियों के खिलाफ आंदोलन करेगा। टैगिंग के खिलाफ संघर्ष कर रहे झिरलिंगा के किसान नरेश ठाकुर ने कहा कि जिन कंपनियों ने बीते दो माह में टैगिंग से करोड़ों का कारोबार किया उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।