हत्या के मामले में नौ आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा
हत्या के मामले में नौ आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा
डिजिटल डेस्क छतरपुर । खेत में लगी चने की फसल के विवाद के चलते कुल्हाड़ी, लाठियों से मारपीट कर हत्या करने के मामले में कोर्ट ने फैसला दिया है। विशेष न्यायाधीश एसएस परमार की अदालत ने हत्या के आरोप में 9 आरोपियों को उम्रकैद के साथ चार-चार हजार रुपए के जुर्माना की सजा सुनाई है।
एडवोकेट लखन राजपूत ने बताया कि 26 मार्च 2013 की रात करीब 9 बजे फरियादी रामकुमार अपने घर जा रहा था। उसके घर के सामने उसके भाई रामेदव यादव, भईया उर्फ रामकिशोर यादव की मारपीट बड़े उर्फ बेलबड़े यादव, बिटवा यादव, सीताराम यादव, पूरन यादव, धनीराम यादव, शिवराम यादव, बड़े उर्फ रामकिशोर यादव, आशाराम यादव, नत्थू यादव निवासीगण बिलहरी के कुल्हाड़ी, लाठी, डंडा, सांग से लैस होकर निकल रहे थे। फरियादी रामकुमार अपने भाईयों को बचाने लगा तो उसकी भी मारपीट आरोपीगण करने लगे। चिल्लाने की आवाज सुनकर गांव के लोग बचाने दौड़े। तब सभी आरोपीगण गाली-गलौंज कर जान से मारने की धमकी देते हुए चले गए। फरियादी ने बताया कि रामदेव के खेत में लगे चने बांधकर ले जाने पर से विवाद हुआ है। घायल हालत में रामदेव और रामकिशोर को लवकुशनगर अस्पताल लेकर आए। दोनों की हालत गंभीर होने पर जिला अस्पताल भेजा गया। जहां से ग्वालियर के लिए रैेफर कर दिया। एक अप्रैल 2013 को इलाज के दौरान रामकिशोर की मौत हो गई। पुलिस थाना चंदला में आरोपीगण के खिलाफ मामला दर्ज किया और पुलिस से सभी आरोपीगण को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था। एडीजे कोर्ट ने सात साल तक चले केस के बाद 9 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
विशेष न्यायाधीश एसएस परमार की कोर्ट ने सुनाई सजा
अभियोजन की ओर से विशेष लोक अभियोजक विश्वनाथ नायक ने पैरवी करते हुए सबूत और गवाह कोर्ट में पेश किए और आरोपियों को कठोर सजा देने की अपील की। विशेष न्यायाधीश एसएस परमार की अदालत ने आरोपी बेलबड़े, बिटवा, सीताराम, पूरन, धनीराम, शिवराम, बड़े उर्फ रामकिशोर, आशाराम और नत्थू को रामकिशोर की हत्या करने के आरोप का दोषी करार दिया। कोर्ट द्वारा सभी आरोपियों को आजीवन कारावास के साथ चार-चार हजार रुपए के जुर्माना की सजा सुनाई गई है।