छेड़छाड़ की घटना को मारपीट में बदलने पर उलझी नौगांव पुलिस
पुलिस बोली-मारपीट की शिकायत थी, वहीं बच्ची बोली-छेड़छाड़ हुई छेड़छाड़ की घटना को मारपीट में बदलने पर उलझी नौगांव पुलिस
डिजिटल डेस्क,छतरपुर। नौगांव में एक 16 साल की बच्ची से कथित छेड़छाड़ के मामले में कार्रवाई को लेकर पुलिस विवादों में है। जिला अस्पताल में भर्ती बच्ची का कहना है कि उसके साथ छेड़छाड़ हुई और पुलिस ने गुमराह कर एवं धमकी देकर उसका गलत वीडियो बनाकर सिर्फ मारपीट का केस कायम किया। वहीं नौगांव पुलिस का तर्क है कि बच्ची का उनके पास वीडियो है। मामले में सही कार्रवाई हुई है। गौरतलब है कि आरोपी पक्ष सत्ताधारी दल से जुड़ा है। हाल ही में आरोपी की मां ने पार्षद का चुनाव भी लड़ा था, जिसमें वह पराजित हो गई थीं। इसलिए पीड़ित का आरोप है कि पुलिस राजनीतिक दबाव में छेड़छाड़ की घटना को मारपीट में बदल रही है।
नौगांव में पिछले दो दिनों से मारपीट की एक घटना चर्चा में है।
बताया जाता है कि बीते रोज अरविन्द्र आश्रम रोड पर रहने वाला एक युवक वार्ड नं 11 में रहने वाली एक नाबालिग को परेशान कर रहा था। इस पर नाबालिग के पिता ने युवक के साथ मारपीट कर दी। विवाद के दौरान युवक अपनी बाइक छोड़कर भाग गया। उसे वापस करने के लिए नाबालिग का पिता अपने बेटे को लेकर शुक्रवार को गया, लेकिन फिर आरोपी युवक के परिजनों ने पिता-पुत्र की मारपीट कर दी। इसके बाद पुलिस ने फरियादी की रिपोर्ट पर करण यादव, सान्वी घोष, ममता यादव, पिंटी यादव पर मारपीट का केस कायम कर लिया। इसके बाद शनिवार को नाबालिग बालिका अपने भाई एवं पिता के साथ दोबारा थाने पहुंची और छेड़छाड़ की घटना के बारे में कार्रवाई चाही। रविवार को उक्त नाबालिग जिला अस्पताल में भर्ती हो गई। उसने आरोप लगाया कि आरोपी लड़का करण उससे छेड़छाड़ कर रहा था। लेकिन पुलिस ने उसे गुमराह कर वीडियो बना लिया, पिता के जेल जाने की धमकी दी और छेड़छाड़ की घटना को लेकर कार्रवाई नहीं की है। इस मामले में नौगांव थाना प्रभारी संजय बेदिया ने कहा कि अगर छेड़खानी की घटना हुई है और पीड़ित पक्ष कार्रवाई चाहता है तो उसका भी संज्ञान लेंगे। पहले नाबालिग ने इस तरह की घटना से इनकार किया था।