उद्धव गुट के सांसद बोले- शरद पवार ने कभी नहीं कही थी ऐसी बात 

सावंत का यूटर्न उद्धव गुट के सांसद बोले- शरद पवार ने कभी नहीं कही थी ऐसी बात 

Bhaskar Hindi
Update: 2023-04-03 15:51 GMT
उद्धव गुट के सांसद बोले- शरद पवार ने कभी नहीं कही थी ऐसी बात 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद अरविंद सावंत ने अपने उस बयान पर यूटर्न ले लिया है जिसमें उन्होंने कहा था कि महाविकास आघाड़ी सरकार बनते समय राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कथित तौर पर पूछा था कि आप लोग रिक्शा वाले के नेतृत्व में काम करेंगे क्या? सोमवार को सावंत ने तीखी आलोचना के बाद अपने बयान पर स्पष्टीकरण दिया है।

सावंत ने कहा कि रिक्शा वाले के नेतृत्व में काम करने की टिप्पणी पवार ने नहीं की थी। वह मेरी व्यक्तिगत टिप्पणी थी। दूसरी ओर राकांपा ने सावंत के बयान से किनारा कर लिया है। वहीं भाजपा ने सावंत पर निशाना साधा है। जबकि शिवसेना (शिंदे गुट) सावंत के खिलाफ आक्रामक हो गया है।

पत्रकारों से बातचीत में सावंत ने कहा कि मैं इस बात को स्वीकार करता हूं कि मैंने भाषण के प्रवाह में रिक्शा वाले के नेतृत्व में काम करने वाली बात कही थी। पवार ने साल 2019 में महाविकास आघाड़ी सरकार के गठन के दौरान शिंदे के बारे में कभी ऐसा उल्लेख नहीं किया था। सावंत ने कहा कि मुख्यमंत्री पद पर काम करने के लिए किसी पेश नहीं बल्कि अनुभव की जरूरत होती है।

राज्य के मुख्यमंत्री रहे वसंतदादा पाटील ने केवल चौथी तक पढ़ाई की थी। लेकिन उनकी शासन पर पकड़ थी। अब तो मुख्यमंत्री की माइक खींची जाती है। यदि मुख्यमंत्री की शासन पर पकड़ होती तो सुप्रीम कोर्ट में एक मामले की सुनवाई में सरकार को नपुंसक न कहता। 

दूसरी ओर विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार के गठन के समय शरद पवार ने शिंदे के बारे में कभी ऐसी टिप्पणी नहीं की थी। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में हमेशा सभी लोगों का आदर किया है। 

वहीं प्रदेश के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटील ने कहा कि सावंत ने श्रम शक्ति का अपमान किया है। रिक्शा चलाने वाले सरकार नहीं चला सकते हैं क्या? मुख्यमंत्री प्रभावी रूप से सरकार चला रहे हैं। 

जबकि शिवसेना (शिंदे गुट) के प्रवक्ता नरेश म्हस्के ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जीवन यापन के लिए अपने जीवन की रिक्शा चालक के रूप में की थी। इसमें उनकी क्या गलती है? म्हस्के ने कहा कि सावंत ने रिक्शा वालों और श्रमिक समाज का अपमान किया है। हम लोग सावंत की मस्ती को उतार देंगे। शिंदे गुट के नेताओं ने नाशिक सहित कई जगहों पर सावंत के खिलाफ सड़क पर आंदोलन किया। 

इसके पहले रविवार को एक कार्यक्रम में सावंत ने कहा था कि जब महाविकास आघाड़ी सरकार का गठन हो रहा था उस समय पवार ने पूछा था कि आप लोग रिक्शा वाले के नेतृत्व में काम करेंगे क्या? फिर भी शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री पद स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं थे। लेकिन बाद में पवार अड़ गए कि सरकार का नेतृत्व आपको ही करना पड़ेगा। क्योंकि महाविकास आघाड़ी सरकार के मंत्रिमंडल में पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व मंत्री रहेंगे। 

 

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