कौन सी ईवीएम कहां है सॉफ्टवेयर बताएगा, पारदर्शिता बढ़ाने उठाए कदम
कौन सी ईवीएम कहां है सॉफ्टवेयर बताएगा, पारदर्शिता बढ़ाने उठाए कदम
डिजिटल डेस्क, दमोह। ईवीएम से जुड़ी शिकायतों पर ब्रेक लगाने के लिए चुनाव आयोग ने नए प्रयोग की प्लानिंग की है। इन सभी में सबसे प्रमुख है कि लोकसभा चुनाव के दौरान कौन सी ईवीएम मशीन कहां पर है यह पूरी जानकारी सॉफ्टवेयर में दर्ज होगी। यहां तक की एक बूथ से दूसरे बूथ तक भी यदि ईवीएम को चिपकाया जाता है तो पहले सॉफ्टवेयर पर अपडेट करना होगा। इस तरह के कई प्रयोग आयोग करेगा जिससे चुनाव को ज्यादा पारदर्शी बनाया जाएगा।
रिजर्व ईवीएम को तहसील मुख्यालय में अलग से रखा जाएगा
नवंबर माह में ही संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में रिजर्व ईवीएम को लेकर खड़े हुए विवादों से बचने के लिए चुनाव आयोग ने तय किया है कि रिजर्व ईवीएम को तहसील मुख्यालय में अलग से रखा जाएगा। इसके अलावा मतदान के दिन शाम को ही आरक्षित मशीनें भोपाल रवाना कर दी जाएंगी। उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव में रिजर्व ईवीएम के देर से जमा होने और गायब होने जैसी शिकायतें काफी सामने आई थी।
जारी है निर्देशों का दौर
भले ही चुनाव आयोग ने मतदान की तारीखों का ऐलान कर दिया है, लेकिन चुनाव से जुड़े दिशानिर्देश प्रतिदिन ही अपडेट होते जा रहे हैं। हाल ही में ईवीएम से जुड़े दिशा निर्देश प्राप्त हो चुके हैं। इसके अलावा प्रतिदिन कोई ना कोई आदेश चुनाव आयोग करता रहता है।
गठित करनी होगी टीम
इन प्रयोगों को अमल में लाने के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय को भी मशक्कत करना पड़ेगी। सबसे पहले तो सॉफ्टवेयर को अपडेट करने के लिए अलग से टीम तैयार करनी होगी। इसके अलावा यह इंतजाम भी करना होगा कि ईवीएम के इधर से उधर होते ही पूरी जानकारी टीम तक पहुंच सके इसके। अलावा रिजर्व ईवीएम को तहसील मुख्यालय में रखने के लिए भी अमले की जरूरत होगी। साथ ही सुरक्षा की प्रबंध भी करने होंगे जिला निर्वाचन कार्यालय के लिए नया काम आ गया है।
इनका कहना है
आयोग ने ईवीएम को लेकर जो नए प्रयोग अपनाए हैं वे सफल होंगे। अब ईवीएम से छेड़छाड़ करने वाले आरोप नहीं लगाए जा सकेंगे। इसके अलावा रिजर्व ईवीएम को लेकर आने वाली शिकायतों पर भी विराम लग सकेगा।
नीरज कुमार सिंह, कलेक्टर दमोह