नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में लापरवाही बरतने पर कोतवाली टीआई एवं दो एसआई निलंबित
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डिजिटल डेस्क,छतरपुर। शहर में 13 साल की नाबालिग बालिका से दुष्कर्म के मामले में विवेचना में लापरवाही पाए जाने पर एसपी सचिन शर्मा ने कोतवाली थाना प्रभारी एवं दो सब इंस्पेक्टरों को निलंबित कर दिया है। दैनिक भास्कर में इस संबंध में समाचार प्रकाशित होने के बाद मामले में डीजीपी ने जांच के आदेश दिए थे। पुलिस प्रवक्ता एवं डीएसपी शशांक जैन ने बताया कि कोतवाली में एक नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में विवेचना में लापरवाही को एसपी सचिन शर्मा ने गंभीरता से लिया है। इस पर कोतवाली टीआई अनूप यादव, सब इंस्पेक्टर गुरुदत्त शेषा एवं महिला सब इंस्पेक्टर मोहिनी शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
गौरतलब है कि शहर में कोतवाली थाना अंतर्गत अनुसूचित जाति वर्ग की 13 साल की बालिका 27 अगस्त को घर से गायब हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में 28 अगस्त को गुमशुदगी की रिपोर्ट तो दर्ज की, लेकिन एफआईआर में उम्र 18 साल बताई गई। इसके बाद बालिका 30 अगस्त को वापस मिल गई। उसने कोतवाली में पहुंचकर आरोपी बाबू खान के द्वारा दुष्कर्म के आरोप लगाए, लेकिन पुलिस ने दुष्कर्म की एफआईआर एक सितंबर की शाम को दर्ज की। उक्त एफआईआर में नाबालिग के तीन दिन तक अपहृत रहने का जिक्र नहीं था, साथ ही उसकी उम्र भी 17 साल लिखी गई। उधर बाल कल्याण आयोग (सीडब्ल्यूसी) में जब पीड़ित के बयान हुए तो उसने पुलिस द्वारा कोतवाली में रातभर रखने एवं मारपीट किए जाने के आरोप लगाए, जिससे वह बेहोश हो गई थी। बालिका की मां ने भी पुलिस द्वारा मारपीट करने की पुष्टि की है।
इसके बाद कोतवाली में पदस्थ टीआई अनूप यादव रात में वर्दी में आरोपी को लेकर पीड़ित के घर पहुंच गए। इस पर वहां मौजूद सीडब्ल्यूसी के सदस्यों ने आपत्ति लेते हुए इस संबंध में कलेक्टर को रिपोर्ट भेजी थी। कलेक्टर संदीप जीआर ने भी इस मामले में कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए थे। उक्त खबरें दैनिक भास्कर में प्रकाशित होने के बाद डीजीपी ने जांच रिपोर्ट मांगी थी। मंगलवार को देर शाम एसपी ने विवेचना में लापरवाही पाते हुए कोतवाली टीआई एवं दो अन्य एसआई को निलंबित कर दिया है।