प्यास से मर रहे मोर, रेंजर सहित तीन को थमाया नोटिस, मचा हड़कंप
प्यास से मर रहे मोर, रेंजर सहित तीन को थमाया नोटिस, मचा हड़कंप
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। पश्चिम वनमंडल के सांवरी वन परिक्षेत्र की शंकरपुर बीट में राष्ट्रीय पक्षी मोरों की प्यास से तड़पकर मौत हो गई। मंगलवार को मौके पर पहुंची टीम को चार मोरों के शव मिले थे। इस मामले को गंभीरता से लेकर सीसीएफ केके गुरवानी ने जांच के आदेश दिए थे। बुधवार को डीएफओ डॉ.किरण बिसेन अपनी पूरी टीम के साथ शंकरपुर बीट के जांच के लिए पहुंची थी। डीएफओ ने लापरवाही उजागर होने पर रेंजर, डिप्टी रेंजर और बीट गार्ड को कारण बताओ नोटिस दिया है। इस लापरवाही पर रेंजर कीर्तिबाला गुप्ता, डिप्टी रेंजर अजय मिश्रा, बीट गार्ड बसंत मालवी को नोटिस दिया गया है। तीन दिनों में संतोषजनक जवाब न मिलने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डीएफओ डॉ.किरण बिसेन ने बताया कि शंकरपुर बीट के जलस्त्रोत सूख चूके है। जिसकी जानकारी स्टाफ ने उन्हें नहीं दी। पानी की कमी और प्यास से मोरों की मौत होना पाया गया है। स्टाफ द्वारा वरिष्ठ
अधिकारियों को सूचना दी जाती तो यहां पानी के लिए वैकल्पिक व्यवस्था बनाई जा सकती थी। इस लापरवाही पर रेंजर कीर्तिबाला गुप्ता, डिप्टी रेंजर अजय मिश्रा, बीट गार्ड बसंत मालवी को नोटिस दिया गया है। तीन दिनों में संतोषजनक जवाब न मिलने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। नोटिस मिलने के बाद पूरे महकमे में हड़कंप की स्थिति निर्मित है। कर्मचारियों का कहना है कि अधिकारी अपनी गलती का ठीकरा निचले कर्मचारियों पर फोड़ रहे हैं।
अब बनाई जा रही झिरिया-
डीएफओ डॉ.बिसेन ने स्टाफ को निर्देश दिए है कि प्राकृतिक जलस्त्रोत की सफाई कर यहां पानी की सप्लाई की जाए। विभाग से जलसंकट से निपटने कोई अतिरिक्त बजट नहीं है। मेंटेनेंस के लिए जो राशि विभाग द्वारा दी जाती है उसी से पानी की व्यवस्था बनाने के आदेश जारी किए गए है। बताया जा रहा है कि इस संबंध में लगातार पत्र व्यवहार वरिष्ठ अधिकारियों को किया गया, लेकिन इसके बाद भी समस्या का निराकरण नहीं हो सका है।