कृषि में कबाड़ का जुगाड़ से नवाचार, बताई तकनीक
कबाड़ ड्रम के ढक्कन से बनाए कृषि उपकरण कृषि में कबाड़ का जुगाड़ से नवाचार, बताई तकनीक
डिजिटल डेस्क,सिवनी। कबाड़ से जुगाड़ कर किसानों ने कृषि उपकरण बना डाले। आसान तरीक से बनाई गई इस तकनीक के कई फायदे भी सामने आ रहे हैं। किसान भुजवल गहलोद और मोहन सिंह ने कबाड़ के प्लास्टिक ड्रमों के ढक्कन से कई कृषि उपकरण बना डाले। कबाड़ से पी1, पी2, पी 3 और पी 4 से गहाई के के बाद मुख्य फसलें जैसे धान, सोयाबीन, मक्का, गेहूं आदि को खलियान में या तिरपाल के ऊपर बिछाकर सुखाने या एकत्रित करने जिससे तिरपाल फ टती नहीं है साथ ही भुरभुरी मृदा में कूड बना कर साग भाजी लगाने हेतु सहायक है।
इसका वजन हल्का होने के कारण शरीर में थकावट भी अपेक्षाकृत कम होती है। साथ ही सौर ऊर्जा आधारित प्रकाश प्रपंच से समन्वित कीट नियंत्रण एवं कबाड़ के लोहे के पाइप से खाद नियंत्रक यन्त्र द्वारा संतुलित उर्वरकों का उपयोग से लगत कम होगी एवं किसानों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी।
प्रदर्शन कर बताया
मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ से आए वैज्ञानिकों और किसानों के सामने इन कृषि उपकरण का प्रदर्शन किया। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति डॉ प्रमोद कुमार मिश्र द्वारा कृषि विज्ञान केंद्रों की प्रदर्शनी का रिबन काटकर उद्घाटन किया। उन्होंने सभी किसानों से कृषि विज्ञान केंद्र से जुड़े रहने की अपील की। इस अवसर पर वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ एनके सिंह, डॉ एसआरके सिंह सहित अन्य वैज्ञानिक और किसान मौजूद रहे।