महाराजपुर में जमीन अधिग्रहण की सूचना जारी, अब बड़ामलहरा में शुरू होगा काम

232 किमी लंबे सागर-कबरई फोरलेन का रास्ता साफ महाराजपुर में जमीन अधिग्रहण की सूचना जारी, अब बड़ामलहरा में शुरू होगा काम

Bhaskar Hindi
Update: 2022-09-17 12:00 GMT
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डिजिटल डेस्क,छतरपुर। एमपी-यूपी को जोड़ने वाले 223.7 किलोमीटर लंबे सागर-कबरई फोरलेन का सर्वे पूरा होन के बाद जमीन अधिग्रहण का काम तेजी से चल रहा है। जिले की महाराजपुर तहसील में अधिग्रहण के लिए राजपत्र में प्रकाशन हो गया है। अगले हफ्ते बड़ामलहरा तहसील में अधिग्रहण शुरू होने की उम्मीद है। छतरपुर तहसील में जमीन अधिग्रहण का मामला लटका हुआ है। राजस्व विभाग से एनओसी मिलना बाकी है।

जमीन अधिग्रहण का काम विभिन्न चरणों में किया जा रहा है। फोरलेन बन जाने से बुंदेलखंड के विभिन्न क्षेत्रों का दो राज्यों से सीधा संपर्क हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट पर पिछले पांच साल से काम चल रहा है। फोरलेन सागर से निकलता हुआ बंडा, दलपतपुर, शाहगढ़, बड़ा मलहरा, हीरापुर, गुलगंज, छतरपुर, गढ़ी मलहरा, ऊजरा, श्रीनगर, और महोबा होकर बनाया जाएगा। आगे जाकर कानपुर-लखनऊ फोरलेन में जुड़ेगा। हाइवे की लागत डीपीआर बनने के बाद तय होगी। फोरलेन का सर्वे गुड़गांव की स्कोर्ट विल्सन कंपनी ने किया है। दो सर्वे होने के बाद फाइनल सर्वे भी हो चुका है। अब डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) पर काम तेजी से चल रहा है। डीपीआर में अनुमानित खर्च की लागत निकाली जाएगी। इसके बाद रिपोर्ट स्वीकृति के लिए केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के पास भेजी जाएगी। मंत्रालय ही बजट का आवंटन करेगा।

सागर से लखनऊ तक इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाने की योजना

सागर से कानपुर नेशनल हाइवे पहले से ही बना हुआ है, मगर अब इसके समांनातर सागर-कबरई हाइवे बनाया जा रहा है। इसके बाद इसे सीधे लखनऊ से जोड़कर इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाने की योजना है। कबरई से कानपुर और कानपुर से लखनऊ के लिए फोरलेन पहले से बना हुआ है। इकोनॉमिक कॉरिडोर बनने से एक तरफ जहां बुंदेलखंड के लोगों को सीधे तौर पर कनेक्टिी मिलेगी। वहीं व्यवासायिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। पिछले दिनों एनएचएआई छतरपुर की टीम ने महोबा से सागर के बीच एलाइनमेंट फाइनल कर दिया है। महोबा में कंसलटेंट एजेंसी यूआर के साथ इस टीम ने कई स्थानों का जायजा भी लिया।

राजधानी भोपाल से जोड़ने की कवायद

इस हाइवे को सागर-भोपाल हाइवे से जोड़ने की योजना पर भी काम चल रहा है। यदि ऐसा होता है तो 526 किलोमीटर का सफर 6 घंटे में तय होगा। अलग-अलग सेक्टरों में बनने वाले इस हाइवे के लिए टेंडर प्रक्रिया भी प्रोसेस में है।

एमपी-यूपी को बड़ा लाभ होगा

सागर से कबरई हाइवे बन जाने से एमपी-यूपी की सीधे कनेक्विटी हो जाएगी। यह हाइवे जिले की विभिन्न तहसीलों से होकर गुजरेगा। वहां जमीन अधिग्रहण करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। महराजपुर तहसील में अधिग्रहण के लिए गजेट नोटिफिकेशन जारी हो चुका है। इसका कंडिका 3-4 में प्रकाशन भी किया जा चुका है।  
- पीएल चौधरी, प्रोजेक्ट मैनेजर, एनएचएआई छतरपुर

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