टोपे ने कहा - पाबंदियां बढ़ाने का विचार नहीं, राऊत बोले- नागपुर जिले में फिर लगेंगे कड़े प्रतिबंध
संक्रमण के बढ़े आंकड़े टोपे ने कहा - पाबंदियां बढ़ाने का विचार नहीं, राऊत बोले- नागपुर जिले में फिर लगेंगे कड़े प्रतिबंध
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य सरकार का फिलहाल कोरोना की पाबंदियों को बढ़ाने का कोई विचार नहीं है। लेकिन राज्य में कोरोना के मरीजों के लिए प्रतिदिन 700 मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सीजन की खपत होने लगी तो पाबंदियों को लागू किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस संबंध में पहले ही आदेश जारी किए जा चुके हैं। मंगलवार को टोपे ने कहा कि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री तथा नागपुर के पालक मंत्री नितीन राऊत ने उपराजधानी की स्थिति की समीक्षा के बाद पाबंदियों को लागू करने के संबंध में बयान दिया है। पर नागपुर में नई पाबंदियों को लागू करने के बारे में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अंतिम फैसला करेंगे। टोपे ने कहा कि फिलहाल पाबंदियों को बढ़ाने के बारे में मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य विभाग का कोई विचार नहीं है। उन्होंने कहा कि गणेश उत्सव के दौरान सभी को कोरोना के नियमों का पालन करना चाहिए। केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र और केरल को त्योहार के अनुसार भीड़ को जुटने से टालने के लिए कहा है। टोपे ने कहा कि सरकार की कोरोना की स्थिति पर नजर है। यह देखा जा रहा है कि कोरोना के मामले कहां पर और क्यों बढ़ रहे हैं? राज्य में 70 प्रतिशत कोरोना के मरीज पांच जिलों में हैं। इसमें अहमदनगर, मुंबई, पुणे, सातारा और रत्नागिरी जिले का समावेश है। उन्होंने कहा कि राज्य में सभी लोगों ने कोरोना के नियमों का पालन किया तो तीसरी लहर को टाला जा सकता है। सरकार कोरोना के टीकाकरण की गति भी बढ़ाने की कोशिश कर रही है। टोपे ने कहा कि राज्य में प्रतिदिन लगभग 1500 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है। केंद्र और राज्य सरकार का मिलाकर प्रदेश में 450 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने का लक्ष्य है। जिसमें से लगभग 250 पीएसए प्लांट स्थापित किए जा चुके हैं। पीएसए प्लांट लगने के बाद राज्य में प्रतिदिन 2000 मीट्रिक टन ऑक्सीजन उत्पादन हो सकेगा।
नागपुर जिले में फिर लगेंगे कड़े प्रतिबंध
उधर नागपुर में पालकमंत्री डॉ. नितीन राऊत ने स्पष्ट किया कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकडों को देखते हुए जिले में (शहर व ग्रामीण) में फिर से कड़े प्रतिबंध लगाए जाएंगे। विभागीय आयुक्तालय में कोविड को लेकर उच्च अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद पालकमंत्री डॉ. नितीन राऊत ने मीडिया से कहा कि कोरोना के सिंगल फिगर के आंकड़े डबल फिगर में पहुंच चुके हैं। कोरोना की तीसरी लहर का जिले में आगमन हो चुका है। कोरोना के कल 10 तो आज 13 रोगी मिल चुके हैं। करीब 78 सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए हैं। फिलहाल उनकी रिपोर्ट नहीं आई है, लेकिन कोरोना से लोगों को बचाने के लिए जिले में फिर से कड़े प्रतिबंध लगाना जरूरी हो गया है। जनप्रतिनिधि, उद्यमी, व्यापारी समेत सभी वर्ग के लोगों से चर्चा करने के बाद 3-4 दिन पश्चात कड़े प्रतिबंध लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि होटल, रेस्टाेरेंट का समय रात 10 बजे के बजाय 8 बजे व दुकानों का समय अब रात 8 से शाम 4 बजे तक किया जाएगा। जिले में दो दिन वीकेंड (शनिवार-रविवार) रखा जाएगा। आगामी गणेशोत्सव को देखते हुए भीड़ न बढ़े, इसका ख्याल सभी को रखना होगा। पहले डेल्टा प्लस के 4-5 रोगी मिले थे, लेकिन अभी डेल्टा प्लस के रोगी नहीं मिले हैं। डेल्टा प्लस मिला तो आईसीएमआर की गाइडलाइन का पालन किया जाएगा। एक-दो दिन में आपदा प्रबंधन की बैठक होगी। इस दौरान जिलाधीश विमला आर., मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी., जिप सीईआे योगेश कुंभेजकर आदि उपस्थित थे।
टीकाकरण के बाद भी पॉजिटिव
उन्होंने कहा कि जिले में जो 13 कोरोना पॉजिटिव मिले, उनमें एक बच्चा है। शेष 12 लोगों का टीकाकरण (दोनों डोज) हाे चुका था। टीकाकरण के बाद भी सतर्क रहना व कोरोना नियमों का पालन करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि गत वर्ष प्रतिबंधों में छूट (शिथिलता) दी थी आैर उसके बाद कोरोना रोगी बढ़ गए थे। वैसी स्थिति इस बार न हो, इसलिए सभी सतर्क रहें। आईसीएमआर की हर गाइडलाइन पर अमल होगा।
पालकमंत्री डॉ. राऊत ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की पूरी तैयारी हाे चुकी है। जिले में ऑक्सीजन, बेड, वेंटिलेटर, डॉक्टर्स पर्याप्त मात्रा में है। राज्य सरकार जो प्रतिबंध लगाएगी, वह यहां लागू होंगे। मेडिकल, मेयो, एम्स व ग्रामीण अस्पतालों में सभी जरूरी उपाय किए गए हैं। छोटे बच्चों के लिए भी अस्पताल में बेड रखे गए हैं।