नियमितीकरण की मांग पर उग्र हुए अतिथि शिक्षक

नियमितीकरण की मांग पर उग्र हुए अतिथि शिक्षक

Bhaskar Hindi
Update: 2018-02-08 08:24 GMT
नियमितीकरण की मांग पर उग्र हुए अतिथि शिक्षक

डिजिटल डेस्क दमोह। विगत एक सप्ताह से नियमितीकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर जाकर प्रतिदिन अपना सरकार के प्रति विरोध जता रहे अतिथि शिक्षक बुधवार को तहसील स्तर से निकलकर जिले में एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन करने आ गए। विरोध जता रहे अतिथि शिक्षकों ने अपने विरोध में ना केवल प्रदेश सरकार की अर्थी निकाली बल्कि बकायादा चौराहे पर अर्थी रखकर उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया।
हजारों शिक्षक हो गए एकजुट
पूर्व से तय योजनानुसार बुधवार को जिलेभर के अतिथि शिक्षक नगर के नेहरू पार्क में एकत्रित हो गए। जहां से प्रारंभ हुई सरकार की शवयात्रा नगर के मुख्य मार्गो से होती हुई कलेक्ट्रेट परिसर के सामने बने महाराणा प्रताप चौक पहुंची। जहां पर बीच सड़क पर बकायदा अर्थी को मुखाग्रि देते हुए उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। अंतिम संस्कार के पश्चात हजारों की संख्या में मौजूद अतिथि शिक्षकों ने अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए धरना शुरू कर दिया, जिसके बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम ने अतिथि शिक्षकों से उनकी मांगो के संबंध में ज्ञापन लेकर धरना समाप्त करने का आग्रह किया।
सरकार के अंत की भविष्यवाणाी
सरकार पर शिक्षा के क्षेत्र में भेदभाव पूर्ण नीति अपनाने का आरोप लगा रहे। अतिथि शिक्षकों द्वारा रोष दिखाते हुए कहा गया कि यदि इसी तरह का रवैया अपनाते हुए सरकार उनकी मांगो पर ध्यान नहीं देती है तो पूर्व की दिग्विजय सिंह की सरकार की तरह शिवराज की भाजपा सरकार का भी अंत निश्चित है। शिक्षकों का कहना था कि वह लगातार लोगों को सरकार को वोट न देने के लिए प्रेरित कर रहे है और इसे हल्के में लिया जाएगा तो हम लगातार यहीं कार्य करते रहेंगे। वहीं विरोध प्रदर्शन में शामिल महिलाओं का कहना था कि हमारे द्वारा महिला होकर भी सरकार की अंतिम शवयात्रा को कंधा देकर मुखाग्रि दी गई है। यदि अब भी सरकार नहीं चेतती है कि अब सरकार इस चुनाव में सत्ता खो देगी।
जाम की बनी स्थिति
हजारों की संख्या में शवयात्रा के साथ निकले अतिथि शिक्षकों द्वारा शवयात्रा, मुखाग्रि व धरना के दौरान सड़को पर जाम की स्थिति पैदा हो गई। इस दौरान पुलिस व प्रशासन के द्वारा भी स्थिति को सामान्य बनाए रखने का प्रयास किया गया।

 

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