पालकमंत्री देसाई ने कहा - पिछड़े जिले का लगा दाग मिटाएंगे
वाशिम पालकमंत्री देसाई ने कहा - पिछड़े जिले का लगा दाग मिटाएंगे
डिजिटल डेस्क, वाशिम। 20 वर्षपूर्व निर्माण हुआ वाशिम जिला छोटा जिला है और जिले का पिछड़ापन पहचानकर केंद्र सरकार ने वाशिम का समावेश आकांक्षित जिले में किया । जिले में विविध बुनियादी सुविधा निर्माण करने के साथही योजनाओं पर प्रभावशाली अमल से पिछड़े जिले के रुप में लगा लगा दाग मिटाने की गवाही पालकमंत्री शंभूराज देसाई ने दी । रविवार 1 मई को महाराष्ट्र राज्य स्थापना के 62 वे वर्धापन दिन पर स्थानीय पुलिस परेड़ मैदान पर देसाई के हाथों राष्ट्रध्वजारोहण सम्पन्न हुआ । इस अवसर पर उपस्थिताें को सम्बारेधित करते हुए वे सम्बोधित कर रहे थे ।
जल सिंचाई का वाशिम पैटर्न बना उदाहरण
देसाई ने आगे कहा कि जिले के विकास में स्व. बालासाहब ठाकरे समृध्दि महामार्ग की भूमिका महत्वपूर्ण रहेंगी और किसानों की दृष्टि से यह महामार्ग उपयुक्त साबित होंगा । जिले में जलसिंचाई के बड़े जलाशय न होने से जिले के मृत लघुसिंचाई प्रकल्पों की मरम्मत करने का निर्णय पालकमंत्री के रुप मंे मैने लिया है । इसके लिए जिला नियोजन समिति से निधि भी उपलब्ध करवाई गई । पिछले दो वर्षो में मृत 54 लघुसिंचाई जलाशयों की मरम्मत का काम हाथ में लिया गया है । इन जलाशयों को पुनर्जीवित कर इनमें जलसंचय निर्माण कर लगभग 6 हज़ार एकड़ खेति के लिए आठमाही सिंचाई व्यवस्था इससे निर्माण होने में मदद होंगी । आनेवाली बरसात के साथही भविष्य में मानसून में इन जलाशयांे मंे जल संग्रहीत होकर सिंचाई की व्यवस्था निर्माण हुई है । अपने आकांक्षित जिले में यह प्रकल्प चलाए जाने से इसकी सफलता देखकर राज्य के शेष 3 आकांक्षित जिलों में जलसिंचाई का वाशिम पैटर्न चलाने का निर्णय मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे तथा उपमुख्यमंत्री अजित पवार द्वारा राज्य सरकार की नीति के तहत लिए जाने की बात भी देसाई ने कही । जिले में ग्रामीण सड़कांे के लिए पिछले पांच वर्षों में जितनी निधि उपलब्ध नहीं हुई उतनी निधि वर्ष 2021-22 में जिला परिषद की ग्रामीण सड़कों के लिए दिए जाने की जानकारी देते हुए देसाई ने कहा कि जिले के 550 गांवों का जलापूर्ति योजनाओं का ढांचा जलजीवन मिशन के माध्यम से तैयार किया गया है । जिले की जलापूर्ति योजनाओं के अधिक निधि मिले, इसे लेकर प्रस्ताव राज्य सरकार की ओर भेजे गए है । इन सभी प्रस्तावाें को मंजूर मिलने के लिए प्रयास किए जाएंगे । स्वास्थ्य सेवाओं को मजबुती प्रदान कर स्तरीय स्वरुप की सेवा मिलने के लिए जिला नियोजन समिति से 25 करोड़ रुपए की निधि उपलब्ध करवाई गई है । देसाई ने आगे कहा कि जिले के विकास की दृष्टि से महत्वपूर्ण जिला नियोजन समिति का ढांचा लगभग 150 कराेड़ रुपए के आसपास था । स्वयं के पालकमंत्री के रुप में जवाबदारी स्वीकारने के बाद से जिला नियोजन ढांचे में भारी वृध्दि की गई है ।
गतवर्ष यह ढांचा 185 करोड़ था तो इसवर्ष का ढांचा 205 करोड़ रुपए का है । जिले की पहचान विकसनशील जिला तथा बुनियादी सुविधा निर्माण कर सर्व सामान्य मनुष्य तक विविध योजना पहुंचनेवाले जिले के रुप में वाशिम के आगे आने का विश्वास भी पालकमंत्री ने व्यक्त किया ।
यह रहे उपस्थित
कार्यक्रम में जिला परिषद अध्यक्ष चंद्रकांत ठाकरे, विधायक एड. किरण सरनाईक, पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त साहित्यकार नामदेव कांबले, जिला परिषद वित्त व निर्माणकार्य समिति सभापति सुरेश मापारी, जिलाधिकारी वसुमना पंत, जिला पुलिस अधीक्षक बच्चन सिंह, सहायक जिलाधिकारी कुलदीप जंगम, अपर पुलिस अधीक्षक गोरख भामरे, सहायक पुलिस अधीक्षक महक स्वामी, अपर जिलाधिकारी शहाजी पवार, निवासी उपजिलाधिकारी शैलेश हिंगे, जिला नियोजन अधिकारी सुनिता आंबरे, सार्वजनिक लोकनिर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता वि.एम. मिठ्ठेवाड, जिला अग्रणी व्यवस्थापक दत्तात्रय निनावकर, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी शंकर तोटावार प्रमुख रुप से उपस्थित थे ।
किया परेड का निरीक्षण
प्रारम्भ में पालकमंत्री देसाई ने राष्ट्रध्वजारोहण कर परेड का निरीक्षण किया । परेड में पुरुष व महिला पुलिस दल, पुरुष व महिला गृहरक्षक दल, पुलिस बैन्ड पथक, पुलिस श्वान पथक, मोबाइल फारेन्सीक इनवेस्टिगेशन वैन, एम्बुलेन्स व अग्नीशमन दल शामिल थे । इस अवसर पर जिला नियोजन समिति की निधि से वाशिम जिले की महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग को जिलास्तर और पुलिस स्टेशन के निर्भया पथक के लिए दिए गए 15 टिविएस ज्युपीटर टू-विलर तथा 7 चौपहिया वाहनाों को पालकमंत्री ने हरी झंडी दिखाई ।
साथही देशसेवा में वीरगति प्राप्त करनेवाले सैनिकों की पत्नियों काे साडी-चोली, शाल व श्रीफल देकर पालकमंत्री ने सम्मानित किया । समाज कल्याण कार्यालय की ओर से विविध योजनाओं की जानकारी देने के लिए लगाए गए स्टाल को भी पालकमंत्री देसाई ने भेंट दी । कार्यक्रम में उपस्थित नागरिकों से भी पालकमंत्री ने भेंट की । इस अवसर पर विविध विभागाें के प्रमुख अधिकारी व कर्मचारी बड़ी तादाद में उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन तथा उपस्थिताें का आभार शिक्षक मोहन सिरसाट ने व्यक्त किया ।