बंद हुआ शासकीय चना खरीदी केंद्र, पड़ा है 4 से 5 हजार क्विंटल चना
किसान परेशान बंद हुआ शासकीय चना खरीदी केंद्र, पड़ा है 4 से 5 हजार क्विंटल चना
डिजिटल डेस्क, नरखेड़. रबी मौसम के मद्देनजर राज्य शासन ने समर्थन मूल्य पर नाफेड के माध्यम से तहसील के ग्राम सावरगांव एवं नरखेड़ सेंटर अंतर्गत भारसिंगी में चना खरीदी केंद्र शुरू किया गया था। मात्र किसानों की चने की समूची फसल खरीदी करने से पहले ही पोर्टल बंद होने के साथ साथ खरीदी केंद्र भी बंद किए जाने से किसानों के सामने चना बिक्री को लेकर सवाल खड़े हो गए है। शेष बचा हुआ चना यदि निजी व्यापारियों को कम दाम में बेचते हैं तो उन्हें प्रति क्विंटल एक हजार रुपए तक का घाटा सहन करना पड़ेगा। समस्या को गंभीरता से लेते हुए शीघ्र ही पोर्टल शुरू कर शासकीय खरीदी केंद्र शुरू करने की मांग किसान कर रहे हैं। ज्ञात हो आज भी कुल 160 किसानों के पास 4 ते 5 हजार क्विंटल चना बेचने के लिए बचा हुआ है। जिसे वे शासकीय खरीदी केंद्र में बेचने की राह देख रहे हैं। पूर्व में निजी व्यापारियों को अपना खेती माल बेचने पर किसानों को हमेशा ही शासकीय समर्थन मूल्य से प्रति क्विंटल कम दाम देकर किसानों की लूट की जाती थी। जिसमें किसान का लागत मूल्य तक नहीं निकल पाता था। शासन द्वारा जब से नाफेड के माध्यम से शासकीय समर्थन मूल्य पर किसानों का खेती माल खरीदी शुरू की गई तब से लेकर किसानों का रुझान शासकीय खरीदी केंद्र की ओर बढ़ा है। किसान शासकीय केंद्रों में अपना खेती माल समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए खेती माल घरों में रख सरकारी खरीदी केंद्र खुलने की प्रतीक्षा करते हैं।
अब तक तहसील के विभिन्न ग्रामों के कुल 1 हजार 60 किसानों ने रबी चना बिक्री के लिए सरकारी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया था। ज्ञात हो कि 5 अप्रैल 2022 को तहसील में नाफेड के माध्यम से 5 हजार 230 रुपए प्रति क्विंटल दाम देकर किसानों से चने की फसल की खरीदी शुरू की गई। जो 23 अप्रैल तक चली। इसमें कुल 14 हजार 605 क्विंटल चना खरीदा गया। दूसरे चरण में दोबारा 29 मई से खरीदी शुरू कर किसानों से कुल 1000 क्विंटल चना खरीदा गया है। तीसरे चरण में फिर से 16 जून से चने की खरीदी शुरू की गई, जो 18 जून तक चली। इन तीन दिनों में कुल 1954 क्विंटल चने की खरीदी की गई। इस दरम्यान खरीदी का कोटा पूरा होने की जवाब देते हुए पंजीयन पोर्टल बंद करने की किए जाने की जानकारी किसानों ने दी। 18 जून तक चले इस केंद्र पर कुछ किसानों से चना खरीदी कर लॉट इंट्री तो की गई, मात्र बाद में पोर्टल बंद होने शेष बचे किसान अपनी लॉट इंट्री कराने से वंचित हो गए।
अब भी कुल 160 किसानों के पास 4 से 5 हजार क्विंटल चना बिक्री के लिए बचा होकर अब तक कुल 17 हजार 559 क्विंटल चना तहसील के किसानों से खरीदने की जानकारी केंद्र प्रमुख विनोद भिसे ने दी। मात्र खरीदी का कोई कोटा निर्धारित किया गया था क्या? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कोई कोटा निर्धारित नहीं होने का जवाब दिया। वहीं किसानों की व्यथा को देखते हुए नरखेड़ खरीदी- बिक्री संघ ने जिला मार्केटिंग अधिकारी को पत्र भेजकर रबी मौसम समर्थन मूल्य चना खरीदी योजना पूर्ववत शुरू कर शासकीय पोर्टल शुरू करने की मांग की है। वहीं जल्द से जल्द शासकीय खरीदी केंद्र शुरू कर शासन द्वारा बचा शेष चना खरीदने की मांग किसान कर रहे हैं।