सत्संग से प्राप्त हो सकती ईश्वर की प्राप्ति: धर्मेन्द्र शास्त्री
पवई सत्संग से प्राप्त हो सकती ईश्वर की प्राप्ति: धर्मेन्द्र शास्त्री
डिजिटल डेस्क, पवई । नगर के प्रचीन सिद्ध स्थल बाबा घाट धाम मे चल रही संगीतमय श्रीमदभागवत के तीसरे दिन कथा श्रीबृंदावन धाम से पधारे पंडित धर्मेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने धुव्र चरित्र की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि धु्रव ने केवल 5 वर्ष की छोटी सी आयु में भगवत प्राप्ति कर ली। ईश्वर के प्रति आस्था और विश्वास रखने वाले हर किसी व्यक्ति भगवत प्राप्ति हो सकती है। व्यक्ति को बचपन से ही सत्संग भजन-कीर्तन में संलग्न रहना चहिए। कथा व्यास महाराज जी ने बतलाया कि धुव्र जी ने 36000 वर्ष तक राज्य करने के बाद मृत्यु पर विजय प्राप्त की और अब धुव्र लोक में धुव्र तारा बनकर चमक रहे एवं प्रकाशमान हो रहे हैं। यह श्री नारद जी के मार्गदर्शन एवं सत्संग से धुव्र जी को परम पद प्राप्त हुआ। इसलिए व्यक्ति को संत संगति एवं भगवान की कथा से जुड़े रहना चाहिए। कथा श्रवण करने के लिए महिला एवं पुरूष श्रोताओ की काफी भीड रही है। कथा का आयोजन नगर धर्म प्रेमी जनो के जन सहयोग से किया जा रहा है।