आटा चक्की के पट्टे में फंसने से बालिका की दर्दनाक मौत
आटा चक्की के पट्टे में फंसने से बालिका की दर्दनाक मौत
डिजिटल डेस्क पृथ्वीपुर । सैगुवां गांव में चक्की में फंसने से एक बालिका की मौत हो गई। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया। पुलिस के मुताबिक ग्राम सैगुवां निवासी साधना पत्नी रमेश अहिरवार 30 साल ने बुधवार को थाने में लिखित आवेदन दिया है कि मैं घर एवं खेती किसानी का काम करती हूं। मुझे 6 लड़की है। मेरे पति रमेश अहिरवार चार दिन पहले रतनगढ़ वाली माता के दर्शन के लिए गए थे। मैं 20 अक्टूबर को शाम 4 बजे अपनी 10 वर्षीय दूसरे नम्बर की लड़की गायत्री के साथ गांव मे वधू यादव की चक्की पर गेहंू पिसाने गई थी। वधू यादव का लड़का पुष्पेन्द्र यादव चक्की चला रहा था। पुष्पेन्द्र ने गेहूं चक्की में डाल दिए थे, जो पिस रहे थे और मैं चक्की से निकलने वाला आटा बोरी में रख रही थी। तभी गायत्री चक्की के पट्टे के पास में आ गई और पट्टे मे फंस गई। फिर पुष्पेन्द यादव ने चक्की को बंद किया और लड़की गायत्री को पट्टे से निकाला। फिर पुष्पेन्द यादव व अरविन्द की लड़की कल्पना और मैं गायत्री को लेकर पृथ्वीपुर चिकित्सालय लाए। जहां डॉक्टर ने बताया कि इसकी मौत हो चुकी है। मैंने डॉक्टर से कहा कि मैं अपनी लड़की को लेकर घर जाना चाहती हूं तो हम शव लड़की को लेकर घर आ गए। इसके बाद सरपंच ने रात को वधू यादव से मुझे 50 हजार रुपए दिलाए। फिर सुबह मेरे पति रमेश अहिरवार घर आ गए जिन्हें मैंने सारी बात बताई इसके बाद मेरे जेठ भानप्रसाद अहिरवार, अरविन्द अहिरवार और अन्य लोग को मेरी लड़की गायत्री को दफनाने ले गए।