कारग बांध के क्षतिग्रस्त होने के कारणों की संयुक्त जांच ईडी से कराएं
मांग कारग बांध के क्षतिग्रस्त होने के कारणों की संयुक्त जांच ईडी से कराएं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग की है कि राज्य के धार जिले के कारग बांध के क्षतिग्रस्त होने के कारणों की संयुक्त जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो अथवा ईडी से कराई जाए ताकि इस मामले में संलिप्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्ध कार्रवाई कर उन्हें दंडित किया जा सके। सांसद विवेक तन्खा ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र की प्रति केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी भेजी है। उन्होंने लिखा है कि राज्य के लोगों में व्याप्त आक्रोश तभी शांत होगा, जब इन घोटालो के असली गुनहगार सामने आयेंगे। उन्होंने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि डैम पर पहुंचे अधिकारियों एवं विशेषज्ञों की सूझ बूझ के चलते डैम के पानी के रूख को मोड़ दिया गया और अब वहां हालात सामान्य हो रहे हैं।
तन्खा ने अपने पत्र में लिखा है कि इस बांध का ठेका भी ई टेंडरिंग के माध्यम से एक ब्लैक लिस्टेड कंपनी एएनएस कंस्ट्रक्शन को दिया गया था, लेकिन उसने इस कार्य को खुद नहीं करा कर ग्वालियर की एक अन्य ब्लैक लिस्टेड कंपनी सारथी कंस्ट्रक्शन को पेटी कान्ट्रेक्ट में दे दिया। इस संबंध में 10 मार्च 2022 को राज्य के जल संसाधन मंत्री ने भी विधानसभा में स्वीकार किया था कि कारम डैम प्रोजेक्ट के टेंडर में गड़बड़ी हुई है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि एक ब्लैक लिस्टेड कंपनी द्वारा किए गये कार्य में गुणवत्ता के साथ कितना बढ़ा समझौता किया गया होगा कि यह बांध की हालत से पता चलता है।
कांग्रेस के राज्य सभा सांसद ने लिखा है कि उन्हें जानकारी मिली है कि बांध निर्माण के टेंडर में मुख्यमंत्री कार्यालय के भी कुछ अधिकारी शामिल थे। उन्होंने पत्र में लिखा है कि इस बांध का घोटाला अन्य घोटालों से कुछ अलग है क्योंकि इसमें रिश्वत की रकम पहले तय की गई थी और बची धनराशि से बांध का निर्माण कार्य हुआ और यही कारण था कि स्थानीय लोगों द्वारा की गई शिकायतों को लगातार नजरंदाज किया जाता रहा। तन्खा ने अपने पत्र में राज्य में ई टेंडरिंग के माध्यम से विभिन्न ठेंको में की गई अनियमित्ताओं की विस्तृत जानकारी दी है और विस्तृत जांच की मांग की ताकि दोषियों को दंडित किया जा सके।