शासन से नहीं मिला फंड... जनभागीदारी से रोकेंगे बारिश का पानी
जिले में तीन हजार से ज्यादा छोटे नालों पर बनाए जाएंगे बोरी बंधान शासन से नहीं मिला फंड... जनभागीदारी से रोकेंगे बारिश का पानी
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा । ग्रीष्म ऋतु में पानी की होने वाली किल्लत से बचने और निस्तारी पानी को बचाने के लिए छोटे नालों में बोरी बंधान बनाया जाएगा। जिले में ऐसे तीन हजार से ज्यादा छोटे नालों को चिन्हित किया गया है, जहां पर बोरी बंधान किया जाएगा। जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को इसके लिए निर्देश जारी हुए हैं। हालांकि इस काम को करने के लिए शासन की ओर से फंड जारी नहीं हुआ है। ऐसी स्थिति में इन्हें जनभागीदारी की मदद से तैयार किया जाएगा। इन सभी तीन हजार छोटे नालों में बोरी बंधान बनाने के लिए क्षेत्र के लोगों की मदद लेकर बोरी बंधान को तैयार किया जाएगा। यहां पर गांव के ही लोगों या सामाजिक संस्थाओं और एनजीओ के माध्यम से बोरी बंधान बनाए जाएंगे, जिसके बाद कुछ स्थानों में बोरी बंधान बनना शुरू हो गए हैं। शासन ने इन बोरी बंधान को बनाने का लक्ष्य रखा है, लेकिन इसके लिए फंड का कोई प्रावधान नहीं किया गया है।
यहां बनना है बोरी बंधान
जनपद लक्ष्य
जुन्नारदेव 600
तामिया 542
परासिया 470
छिंदवाड़ा 300
पांढुर्ना 232
सौंसर 100
मोहखेड़ 250
बिछुआ 150
हर्रई 210
चौरई 350
अमरवाड़ा 210
ऐेसे होगा काम
जनपद पंचायत स्तर पर बोरी बंधान का काम होगा। इसके लिए पंचायत तक अमले को जिम्मेदारी सौंपी गई है जो बोरी बंधान करेगा। जिले में 3 हजार 94 छोटे नालों को चिन्हित किया है, जहां पर बोरी बंधान किया जाएगा। इसके लिए पंचायत स्तर पर इन कामों को करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
डेम का होगा सुधार
बारिश का पानी रोकने के लिए जहां छोटे नालों में बोरी बंधान बनाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर स्टॉप और चैक डेम में कड़ी शटर लगाई जाएगी। इसके सुधार के लिए भी पिछले दिनों बैठक में निर्देश जारी हो चुके हैं। यहां पर ऐसे स्टॉप डेम जिनके गेट टूट गए हैं, वहां भी लकड़ी के गेट या फिर बोरी बंधान बनाया जाएगा।
इनका कहना है
जनपद पंचायत स्तर पर तकरीबन 3 हजार छोटे नालों में बोरी बंधान बनाया जाएगा। इसके लिए पंचायतों को लक्ष्य दिया गया है। जनभागीदारी के जरिए इन्हें बनाया जाएगा।
- संजीव सनोडिया, कार्यपालन यंत्री, ग्रामीण यांत्रिकी विभाग