फर्जी सॉफ्टवेयर से ऑनलाइन बिल भरने वालों को लगा 5 लाख का चूना
फर्जी सॉफ्टवेयर से ऑनलाइन बिल भरने वालों को लगा 5 लाख का चूना
डिजिटल डेस्क, मुंबई। सैकड़ों ग्राहकों के बिजली बिल के करीब साढ़े पांच लाख रुपए महाराष्ट्र राज्य विद्युत बोर्ड (एमएसईबी) की जगह अपने खाते में जमा करने वाले तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। एमएसईबी कर्मचारी की शिकायत पर सॉफ्टवेयर मुहैया कराने वाले शख्स पर शिकंजा कसा जा रहा है। मामले का खुलासा तब हुआ, जब ग्राहकों का भरा गया पुराना बिल नए बिल में जुड़कर आने लगा। भिवंडी की कोनगांव पुलिस ने रोहित खोसे और उसके दो साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। दरअसल कोनगांव के वासुदेव पाटील नगर में गिरिराज मोबाइल शॉप है। दुकान चलाने वाले नीलेश म्हात्रे ने खोसे के स्मार्टवेब नाम का सॉफ्टवेयर खरीदा था जिससे बिजली का बिल ऑनलाइन भरा जा सके।
मामले की छानबीन में जुटी पुलिस
पीड़ितों ने चार जुलाई से 558 बिजली ग्राहकों के बिल ऑनलाइन भरे। लेकिन बाद में ऑनलाइन बिल भरने वाले हैरान हो गए, क्योंकि उनका पुराना बिल बकाया बताकर नए बिल में जोड़ा गया था। कई ग्राहकों की शिकायत के बाद छानबीन की गई तो पता चला कि पैसे एमएसईबी की जगह सॉफ्टवेयर देने वाले खोसे के खाते में जा रहे हैं। इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस से की गई। पुलिस फिलहाल मामले की छानबीन में जुटी हुई है।