पचास फीसदी स्ट्रीट वेंडर के खाते हो गए एनपीए
छिंदवाड़ा पचास फीसदी स्ट्रीट वेंडर के खाते हो गए एनपीए
डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा। प्रधान मंत्री स्ट्रीट वेंडर योजना के हितग्राहियों में डिफाल्टर की श्रेणी में आने वाले हितग्राहियों की संख्या बढ़ती जा रही है। साल २०२०-२१ में १० हजार का लोन लेने वाले ५० फीसदी हितग्राहियों के खाते एनपीए में चले गए हैं। इन हालातों को देखते हुए अजीविका मिशन ने नए आवेदनों को स्वीकार करने से मना कर दिया है।
गौरतलब है कि कोरोना काल में लम्बे समय से लगे लॉक डाउन के बाद व्यापार को पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार ने स्ट्रीट वेंडरों के लिए बिना ब्याज के १० हजार रुपए का लोन देने की स्कीम निकाली थी। साल २०२०-२१ में जिले के ८,३३६ हितग्राहियों को इसका लाभ दिया गया था। इनमें से मार्च २०२२ तक ३,२१९ हितग्राही अपना लोन जमा कर चुके हैं। बैंक ने भी इनके खाते बंद कर दिए हैं। शेष ५,११७ हितग्राहियों में से करीब ३,५०० से ज्यादा हितग्राही नियमित रूप से लोन की राशि जमा नहीं कर पाए हैं। वहीं साल २०२१-२२ में ५,५१९ नए हितग्राहियों को लोन का वितरण किया गया है। इनमें भी नियमित रूप से किश्त जमा नहीं करने वालों की लम्बी लिस्ट है। सिविल खराब होने की वजह से अब इन स्ट्रीट वेंडरों को दोबारा लोन मिलने में काफी मशक्कत करनी पड़ सकती है।
सिविल स्कोर के आधार बड़ी के्रडिट लिमिट
साल २०२०-२१ में १० हजार का लोन लेने के बाद समय पर किस्त जमा करने वाले ३,२१९ हितग्राहियों के लोन खाते बैंक ने बंद कर दिए हैं। इन स्ट्रीट वेंडरों की साख अच्छी होने के कारण इन्हें अब २० हजार रुपए के लोन के लिए चयनित किया गया है। शासन की योजना के तहत के्रडिट स्कोर बेहतर रखने पर इन्हें ५० हजार रुपए तक लोन भी आगे मिल सकेगा।
इनका कहना है
साल २०२०-२१ में प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर योजना के तहत बांटे गए लोन के हितग्राहियों में से ३,२१९ के लोन खाते बैंक ने बंद कर दिए हैं, इन हितग्राहियों को २० हजार का लोन देने के लिए चयनित किया गया है। हितग्राहियों को प्रेरित किया जा रहा है कि वे समय पर लोन चुकाकर ५० हजार रुपए तक के लोन लेने की खुद को पात्र बनाएं।
उमेश प्यासी, सिटी मिशन मैनेजर एनयूएलएम